गौतम अडानी पर लटकी गिरफ़्तारी की तलवार, धोखाधड़ी-रिश्वतखोरी के आरोपों से बढ़ी मुश्किलें


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स्टोरी हाइलाइट्स

अडानी पर सौर ऊर्जा अनुबंधों के लिए भारतीय अधिकारियों को ₹2200 करोड़ रिश्वत की पेशकश करने का आरोप है..!!

उद्योगपति गौतम अडानी की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं। न्यूयॉर्क की एक संघीय अदालत में हुई सुनवाई में गौतम अडानी समेत आठ लोगों पर अरबों की धोखाधड़ी और रिश्वतखोरी का आरोप लगाया गया है। दोषी ठहराए जाने के बाद अडानी पर गिरफ़्तारी का तलवार लटक रही है।

ख़बर सामने आते ही अडानी ग्रुप के सभी 10 शेयर्स में गिरावट देखी जा रही है। अडानी एंटरप्राइजेज में सबसे ज्यादा 21.73% की गिरावट दर्ज की गई। वहीं, अडानी ग्रीन एनर्जी के शेयर 18.02% तक नीचे आ गए हैं। मामले को लेकर संयुक्त राज्य अमेरिका के अटॉर्नी कार्यालय ने अडानी पर भारत में सौर ऊर्जा अनुबंध हासिल करने के लिए भारतीय अधिकारियों को 265 मिलियन डॉलर (लगभग 2200 करोड़ रुपये) की घूस देने की योजना बनाने का आरोप लगाया है।

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इस संबंध में अडानी ग्रुप ने एक बयान जारी कर सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया है। समूह ने कहा- 'अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड के निदेशकों के खिलाफ संयुक्त राज्य अमेरिका के न्याय विभाग और संयुक्त राज्य प्रतिभूति और विनिमय आयोग द्वारा लगाए गए आरोप निराधार हैं। हम उनका खंडन करते हैं।

खुद अमेरिकी न्याय विभाग ने कहा कि फिलहाल ये सिर्फ आरोप हैं। दोषी साबित होने तक आरोपियों को निर्दोष माना जाता है। मामला 24 अक्टूबर को अमेरिकी अदालत में दर्ज किया गया था। यह मामला अडानी ग्रुप की कंपनी अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड और एक अन्य फर्म से जुड़ा है। मामले पर बुधवार को सुनवाई हुई। अडानी के अलावा सात अन्य लोग शामिल हैं जिनमें सागर अडानी, विनीत एस जैन, रंजीत गुप्ता, सिरिल कैबेनिस, सौरभ अग्रवाल, दीपक मल्होत्रा और रूपेश अग्रवाल शामिल हैं।

अडानी पर इन सभी से रिश्वत का पैसा इकट्ठा करने के लिए अमेरिकी, विदेशी निवेशकों और बैंकों से झूठ बोलने का आरोप है। यह मामला अमेरिका में इसलिए दायर किया गया क्योंकि इस प्रोजेक्ट में अमेरिकी निवेशकों का पैसा रोक लिया गया था और उस पैसे को रिश्वत के रूप में देना अमेरिकी कानून के तहत अपराध है। 

बुधवार को ही अडानी ने 20 साल के ग्रीन बॉन्ड की बिक्री से 600 मिलियन डॉलर (5064 करोड़ रुपये) जुटाने की घोषणा की थी। कुछ घंटों बाद उन पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया। अब अडानी ग्रुप ने भी इस बॉन्ड ऑफर को रद्द कर दिया।

अडानी ग्रीन एनर्जी गुजरात के खवारा में एक ही स्थान पर 30,000 मेगावाट का सौर संयंत्र स्थापित कर रही है। अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड के पास 20 गीगावॉट से अधिक का स्वच्छ ऊर्जा पोर्टफोलियो है, जिसमें देश के दक्षिणी राज्य तमिलनाडु में दुनिया का सबसे बड़ा सौर ऊर्जा संयंत्र भी शामिल है। अडानी ग्रुप का लक्ष्य 2030 तक इस क्षेत्र में देश की सबसे बड़ी कंपनी बनने का है। कंपनी का मार्केट कैप 1.85 लाख करोड़ रुपये है।