बुधवार (5 जून) को दिल्ली स्थित पीएम आवास पर मंत्रिपरिषद की बैठक हुई, इससे पहले कैबिनेट की बैठक हुई, जिसमें सरकार ने तीसरी बार जीत के लिए धन्यवाद प्रस्ताव पारित किया। । इस बीच कैबिनेट बैठक में 17वीं लोकसभा को भंग करने का प्रस्ताव भी पास हो गया। लोकसभा चुनाव नतीजों के एक दिन बाद बुधवार पीएम मोदी राष्ट्रपति भवन पहुंचे और अपना इस्तीफा राष्ट्रपति को सौंप दिया।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने प्रधानमंत्री पद से नरेंद्र मोदी का इस्तीफा स्वीकार भी कर लिया। लोकसभा चुनाव में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला लेकिन बीजेपी 240 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। बीजेपी एक बार फिर एनडीए के साथ सरकार बनाने की कवायद में लगी है।
बीजेपी को जो सीटें मिली हैं, वह बहुमत के आंकड़े से 32 सीटें कम है। हालांकि, एनडीए ने 292 सीटों के साथ बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया है।
पीएम मोदी 8 जून को तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। एनडीए के सभी सांसदों से एकजुटता के लिए हस्ताक्षर ले लिये गये हैं। जेडीयू प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा कि 7 जून को संसद के सेंट्रल हॉल में एनडीए के सभी सांसदों की बैठक होगी।
बुधवार शाम 4 बजे एनडीए के घटक दलों की बैठक भी होगी। इसमें बिहार के सीएम नीतीश कुमार और टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू मौजूद रहेंगे। पीएम मोदी ने नतीजे आने के बाद दोनों को फोन करके बैठक में शामिल होने को कहा था।
एनडीए की बैठक के बाद सभी सहयोगी दल राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पीएम मोदी के पक्ष में समर्थन पत्र सौंप सकते हैं। इसके बाद नई सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे।
चंद्रबाबू की टीडीपी 15 सीटों के साथ एनडीए में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बन गई और नीतीश की जेडीयू 12 सीटों के साथ एनडीए में तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बन गई। दोनों पार्टियां इस वक्त बीजेपी के लिए जरूरी हैं। उनके बिना बीजेपी के लिए सरकार बनाना मुश्किल है।