मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में भले ही अभी 8 महीने बाकी हो, पर बीजेपी के राष्ट्रीय नेतृत्व ने दस्तक देनी शुरू कर दी है. कल कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने चुनावी हुंकार भरी तो वहीं आज बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भोपाल दौरे पर हैं.
इस बार 200 पार- जेपी नड्डा
भोपाल के गांधीनगर में हुए स्वागत समारोह से जेपी नड्डा बोले- राजा भोज की नगरी में आना मेरा सौभाग्य है. जिस तरह से यहां मेरा स्वागत हुआ, उत्साह दिखा, यह उत्साह आने वाले समय का संदेश दे रहा है. उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए 51 प्रतिशत से ज्यादा वोटों के साथ वापसी का जिक्र करते हुए कहा कि इस उत्साह को लक्ष्य में बदलकर इस बार 200 पार करना है.
'मन की बात' कार्यक्रम में हुए शामिल-
बता दें कि जेपी नड्डा राजधानी भोपाल में करीब 11 घंटे तक रहेंगे. इस दौरान चार कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे. सबसे पहले जेपी नड्डा भोपाल के गांधीनगर में बूथ क्र 53 में 'मन की बात' कार्यक्रम में शामिल हुए.
BJP के नए कार्यालय का भूमि पूजन शुरू-
इसके बाद दोपहर करीब 2 बजे जेपी नड्डा ने भारतीय जनता पार्टी के नए प्रदेश कार्यालय पंडित दीनदयाल परिसर भवन निर्माण का भूमिपूजन किया. देंखे लाइव-
बूथ अध्यक्ष सम्मेलन में शामिल हुए जेपी नड्डा-
जेपी नड्डा ने भूमिपूजन के बाद दोपहर 3 बजे संभागीय बूथ अध्यक्ष सम्मेलन में हिस्सा लिया. इस दौरान उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए क्या कुछ कहा, सुनिए लाइव-
'प्रबुद्धजन समागम' में पहुंचे जेपी नड्डा-
बूथ अध्यक्ष सम्मेलन के बाद जेपी नड्डा शाम 5 बजे कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन हॉल में आयोजित 'प्रबुद्धजन समागम' कार्यक्रम में पहुंचे है. इस दौरान उन्होंने 'प्रबुद्धजन समागम' से चर्चा में क्या कुछ कहा, सुनिए लाइव
चुनाव पर मंथन-
इसके बाद जेपी नड्डा ठीक शाम 7 बजे बीजेपी कार्यालय में प्रदेश कोर कमेटी की बैठक लेंगे और रात 9.10 बजे वे स्टेट हैंगर के लिए रवाना होंगे.
विधानसभा चुनाव 2023 से पहले जेपी नड्डा का यह भोपाल दौरा काफ़ी अहम माना जा रहा हैं क्योंकि आज चुनाव पर किसी बड़े मंथन की उम्मीद हैं.
नड्डा के बाद पीएम मोदी और राजनाथ सिंह का भोपाल दौरा-
जेपी नड्डा के बाद 31 मार्च को राजनाथ सिंह जबकि एक अप्रैल को पीएम मोदी भोपाल आ रहे हैं. बता दें कि दोनों ही नेता सेना की अहम बैठक में शामिल होने के लिए भोपाल पहुंचेंगे.
इस बैठक में तीनों सेनाओं के अध्यक्ष भी शामिल होंगे. यानी चुनावी राज्य एमपी में राष्ट्रीय नेतृत्व का आने-जाने का सिलसिला जो शुरू हुआ हैं, वो अब चुनाव तक जारी रहने वाला हैं.