प्रदेश में बिजली 3.20 प्रतिशत मंहगी करने का प्रस्ताव


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स्टोरी हाइलाइट्स

यह प्रस्ताव विद्युत आपूर्ति की लागत तथा वर्तमान दरों से प्राप्त राजस्व के अंतर की राशि की वसूली हेतु दिया गया है..!

भोपाल: प्रदेश वित्तीय वर्ष 2023-24 हेतु बिजली की दरों में 3.20 प्रतिशत की वृध्दि करने का प्रस्ताव बिजली कंपनियों ने राज्य विद्युत नियामक आयोग को दिया है। यह प्रस्ताव विद्युत आपूर्ति की लागत तथा वर्तमान दरों से प्राप्त राजस्व के अंतर की राशि की वसूली हेतु दिया गया है।

उल्लेखनीय है कि आयोग ने 17 दिसम्बर 2020 को 1.98 प्रतिशत, 30 जून 2021 को 0.63 प्रतिशत तथा 31 मार्च 2022 को 2.64 प्रतिशत की वृध्दि बिजली की दरों में की थी। अब एक बार फिर दरों को बढ़ाने की कवायद की जा रही है। पिछले पांच वर्षों से दो विद्युत कंपनियां मप्र पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी जबलपुर एवं मप्र मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी भोपाल घाटे में चल रही हैं जबकि मप्र पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर को वर्ष 2017-18, वर्ष 2018-19 एवं वर्ष 2021-22 में घाटा हुआ जबकि वर्ष 2019-20 एवं वर्ष 2020-21 में लाभ हुआ था।

प्राप्त अधिकृत जानकारी के अनुसार, ऊर्जा विभाग की एमपी पावर मेनेजमेंट कंपनी निजी उत्पादन इकाईयों के अंतर्गत सासन यूएमपीपी से सबसे सस्ती बिजली 1 रुपया 72 पैसा प्रति यूनिट में और बीएलए यूनिट-2 से सबसे मंहगी बिजली 6 रुपया 21 पैसे प्रति यूनिट की दर से खरीद रही है। इसी प्रकार, शासकीय उत्पादन इकाईयों के अंतर्गत रानी अवंति बाई हाइडल पावर स्टेशन बरगी से सबसे सस्ती बिजली 56 पैसा प्रति यूनिट एवं सबसे मंहगी बिजली एनटीपीसी खरगौन से 7 रुपये 45 पैसा प्रति यूनिट में खरीद रही है।

ऊर्जा विभाग के अनुसार, कई बार विद्युत गृहों से कम मात्रा में बिजली खरीदने पर भी भी ज्यादा बिजली खरीदी के अनुबंध अनुसार बिना खरीदे भी भुगतान करना होता है।