कमलनाथ के गढ़ में गरजे शाह, MP भाजपा को दिया चुनावी मंत्र


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स्टोरी हाइलाइट्स

दिल्ली से छिंदवाड़ा तक जबर्दस्त सियासी संघर्ष के नजारे..!

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आज पहली बार छिंदवाड़ा पहुंचे। उनका दौरा मप्र की सियासत के लिये बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह क्षेत्र करीब चार दशक से कांग्रेस का गढ़ है। भाजपा ने इसे अपनी ' आकांक्षी सीट' के तौर पर चिन्हित किया है और मकसद यह है कि यहां कमलनाथ का सियासी घेराव किया जाए। इसलिए आज यहां कार्यकर्ताओं की बड़ी रैली हो रही है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत कई मंत्री छिंदवाड़ा में हैं।

अमित  शाह दोपहर बाद छिंदवाड़ा पहुंचे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा ने उनका स्वागत किया। आदिवासी आस्था केंद्र हर्रई ब्लॉक के आंचल कुंड दादा दरबार मंदिर से मप्र में भाजपा के चुनावी अभियान का आगाज हो रहा है। शाह यहां पूजा भी करेंगे तथा आदिवासी धर्म गुरुओं को सम्मानित करेंगे। उनके साथ खाना खाएंगे। शाह आज भाजपा का महाविजय अभियान शुरु कर रहे हैं यह लोकसभा चुनाव के पहले मप्र में होने वाले विधानसभा चुनाव के नजरिए से बहुत अहम है और आने वाले समय में मप्र में शिवराज, वीडी शर्मा की टीम को छिंदवाड़ा की विधानसभा सीटों को कांग्रेस से छुड़ाने की जिम्मेदारी भी होगी।

सियासी पारा हाई

शाह के इस दौरे से छिंदवाड़ा का सियासी पारा चड़ गया है। अभी छिंदवाड़ा जिले की सातों विधानसभा सीटों पर कमलनाथ के साथ कांग्रेस विधायक काबिज ही हैं। जबकि लोकसभा सीट पर नकुलनाथ हैं। चूंकि यह शाह का पहला दौरा है इसलिये पूरी प्रदेश भाजपा सक्रिय है। प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा 24 मार्च को ही छिंदवाड़ा पहुंच गए थे। केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल समेत दूसरे नेता भी शाह की सभा के लिए जुटे हैं।

भाजपा ने इस बार छिंदवाड़ा को प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लिया है। यही कमलनाथ व कांग्रेस की प्रतिष्ठ से भी जुड़ा है। इसीलिये हाल में कमलनाथ ने तीन दिन छिंदवाड़ा में डेरा डालकर अपनी जमावट को दुरूस्त किया था। इस इलाके के 'प्रभारी' बनाए गए केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के तीन दौरे छिंदवाड़ा में हो चुके हैं। शाह यहां जिला भाजपा कार्यालय भी पहुंचेंगे तथा सभा के बाद शाम को प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के साथ भाजपा कार्यकर्ताओं की बैठक लेंगे। इसके बाद नागपुर के लिए रवाना होंगे।

सीटों का बंटवारा 

दरअसल, लोकसभा की हारी हुई सीटों पर भाजपा ने मिशन चला रखा है, तथा 80-80 सीट शाह और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के बीच बंटी हैं। ये वो सीटें हैं, जिन्हें भाजपा कभी न कभी एक बार या अधिक बार जीत चुकी है। इन्हीं में शामिल छिंदवाड़ा संसदीय सीट शाह के हिस्से में है। इसीलिए पहली बार वे छिंदवाड़ा में चुनावी शंखनाद करेंगे। प्रदेश भाजपा की ओर से महामंत्री कविता पाटीदार को यहां का प्रभारी और श्याम महाजन को रणनीतिक जिम्मा दिया है। इसके अलावा जिलास्तर पर भी टीमें बना दी गई हैं।

गुजरात मॉडल पर सघन नेटवर्किंग

मप्र की सत्ता में 18 साल से काबिज भाजपा ने फिर सरकार बनाने के लिए गुजरात में जीत के फॉर्मूले को भी अपना लिया है। मप्र भाजपा के संगठन ने बूथ से लेकर वोटर तक कनेक्शन पर फोकस कर रखा है। सीएम शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा से लेकर जिला, मंडल स्तर तक के कार्यकर्ता बूथ के काम की खुद निगरानी कर रहे हैं। हाल में विधानसभा चुनाव में भाजपा ने गुजरात में पन्ना प्रभारी और पन्ना समितियां बनाई थीं।

वोटर लिस्ट के एक पेज के 60 वोटर्स पर एक पेज प्रभारी बनाया। मप्र भाजपा ने अर्द्धपन्ना प्रभारी यानि सिर्फ वोटर लिस्ट के एक पेज के एक साइड के 30 वोटर्स पर एक प्रभारी नियुक्त किया है। यह प्रभारी इन 30 वोटर्स का वर्गीकरण करेगा कि कौन सा वोटर भाजपा को मिलता है। कौन से वोटर कांग्रेस और दूसरी पार्टी को वोट देते हैं। भाजपा वोट न देने वाले मतदाताओं की नाराजगी और दूरी का कारण पता करके उन्हें अपने पाले में लाने की कोशिश कर रही है।