प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नववर्ष पर अपने पहले दौरे की शुरुआत दक्षिण भारत से करेंगे। नए साल में PM मोदी तमिलनाडु, लक्षद्वीप का दौरा करेंगे। यह दौरा दो और तीन जनवरी को होगा। इस दौरान वह कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस दौरे को आम चुनाव 2024 के लिए उनके दक्षिण मिशन से जोड़कर देखा जा रहा है। यह माना जा रहा है कि उत्तर भारत में अपनी मजबूत स्थिति के बाद अब भाजपा दक्षिण भारत में भी ऐसा ही परचम लहराना चाह रही है। ऐसे में PM मोदी नए साल की शुरुआत मिशन दक्षिण से कर रहे हैं।
पीएम मोदी 2 जनवरी को तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली पहुंचेंगे और भारतीदासन विश्वविद्यालय के 38वें दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि होंगे। तिरुचिरापल्ली में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में, प्रधानमंत्री विमानन, रेल, सड़क, तेल और गैस, जहाजरानी और उच्च शिक्षा क्षेत्रों से संबंधित 19,850 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे।
तीन जनवरी को प्रधानमंत्री लक्षद्वीप के कवारत्ती पहुंचेंगे, जहां वह लक्षद्वीप में दूरसंचार, पेयजल, सौर ऊर्जा और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों से संबंधित कई विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे। इस दौरान मोदी राष्ट्र को कई रेल परियोजनाएं समर्पित करेंगे, जिनमें मदुरै से तूतीकोरिन तक 160 किलोमीटर के रेल लाइन खंड का दोहरीकरण और रेल लाइन विद्युतीकरण की तीन परियोजनाएं शामिल हैं। तीन जनवरी को ही प्रधानमंत्री केरल में दो स्थानों पर कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे।
कहा जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2024 में लोकसभा का चुनाव भी अपने मिशन के तहत दक्षिण से लड़ सकते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चुनाव लड़ने से पहले तमिलनाडु की तीन लोकसभा सीटों पर सर्वे भी शुरू किये जाने की खबर है। इसमें तमिलनाडु की रामनाथपुरम (रामेश्वरम लोकसभा), मदुरै और कोयंबटूर शामिल है।
भाजपा के लिए मिशन दक्षिण इसलिए भी अहम है क्योंकि दक्षिण भारत के 6 राज्यों की कुल 103 लोकसभा सीटों में बीजेपी की सिर्फ 4 सीटों पर ही लोकसभा सांसद हैं। इसलिए इन चुनावों में जीत हासिल करने के लिए पार्टी काफी मेहनत कर रही है। यह भी कहा जा रहा है कि भाजपा उत्तर भारत में अपने शीर्ष पर है। ऐसे में यहाँ अब होने वाले संभावित नुकसान की भरपाई भाजपा दक्षिण भारत से करना चाहती है।