रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव की राजस्थान में सक्रियता सुर्ख़ियों में हैं। अश्विनी वैष्णव ने हाल ही में विप्र सेना द्वारा जयपुर में बुलाई गई 'ब्राह्मण महापंचायत' को संबोधित किया। इस दौरान रेल मंत्री को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरह मंच पर गरजते हुए सुना गया। अब रेल मंत्री को अपने इस सम्बोधन पर सोशल मीडिया में खरी खरी सुनने को मिल रही है।
दरअसल अश्विनी वैष्णव जब भाषण दे रहे थे तब वे अपनी क्षमता से भी अधिक तेज़ आवाज़ में बोलने का प्रयास करते दिखे। यहाँ तक कि उनका गला भी उनका साथ देता नहीं दिखा रहा था। इस दौरान रेल मंत्री के बोलने का स्टाइल एकदम पीएम मोदी के अंदाज़ से मेल खाता दिखा। अब इस बात को लेकर सोशल मीडिया पर रेल मंत्री को यूजर्स खरी-खोटी सुना रहे हैं।
पत्रकार @ajitanjum ने लिखा है, वैष्णव सर आप तो मोदी जी की कॉपी करने के चक्कर में सस्ता वाला डुप्लीकेट बनकर रह जाएंगे। लंबे समय तक IAS अधिकारी रहने के बाद राजनीति में आए लेकिन इतनी जल्दी इतने फूहड़ बन जाएंगे, सोचा न था। गला फट रहा है आपका, आवाज़ विकृत हो रही है। कुछ तो मर्यादा रखिए सर जी..
वहीं कुछ लोग इस सम्बोधन के लिए उनकी सराहना भी कर रहे हैं। पत्रकार @arvindchotia ने लिखा रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने उम्मीद से ज्यादा रंग जमा दिया। ब्राह्मण महापंचायत में आए हुए लोगों को मोदीजी याद आने लगे। एक पूर्व आईएएस और पूर्व कॉरपोरेट सीईओ ही इतनी जल्दी अपने आप को नए रंग-ढंग और अंदाज में ढाल सकता है।
विप्र सेना द्वारा बुलाई गई 'ब्राह्मण महापंचायत' को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि राजस्थान में विश्व स्तरीय स्टेशन स्थापित किए जाएंगे, जहां रेल क्षेत्र के लिए अनुदान में कई गुना वृद्धि हुई है। विप्र सेना द्वारा बुलाई गई 'ब्राह्मण महापंचायत' को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, "10 साल पहले राजस्थान को 600 करोड़ रुपये का अनुदान दिया गया था, लेकिन इस बार राज्य को 9,532 करोड़ रुपये का अनुदान मिला है। कार्यक्रम में, विप्र सेना ने आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों (ईडब्ल्यूएस) के लिए 10 प्रतिशत आरक्षण को बढ़ाकर 14 प्रतिशत करने, पुजारियों पर दुर्व्यवहार और हमले को गैर-जमानती अपराध बनाने और मंदिर की भूमि से अतिक्रमण हटाने जैसी कई मांगें उठाईं।