मप्र की सियासत में जासूसी की जंग शुरू! गैर जासूस ने जासूसी के बहाने एक तीर से दागे कई निशाने


स्टोरी हाइलाइट्स

मप्र की सियासत में जासूसी की जंग शुरू! गैर जासूस ने जासूसी के बहाने एक तीर से दागे कई निशाने देश की सियासत में कोहराम मचा रहे कथित पेगासस जासूसी कांड से...

पीसीसी प्रमुख कमलनाथ का दावा, पेगासस मामले में होंगे कई खुलासे

देश की सियासत में कोहराम मचा रहे कथित पेगासस जासूसी कांड से अब मध्य प्रदेश की सियासत गरमा गई है। दिल्ली के बाद अब भोपाल को आरोप-प्रत्यारोप का सामना करना पड़ रहा है। बुधवार को सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पर निशाना साधा तो गुरुवार को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ मीडिया के सामने आए और केंद्र सरकार से कई सवाल किए।  पीसीसी प्रमुख कमलनाथ ने दावा किया कि पेगासस मामले में और भी कई खुलासे होंगे। अब सवाल यह है कि... मध्य प्रदेश में जासूसी के बहाने कई निशाने पर तीर चलाए जा रहे हैं?
https://twitter.com/OfficeOfKNath/status/1417484454692524035?s=20
कांग्रेस नेता जहां केंद्र और भाजपा सरकार के प्रति आक्रामक हैं, वहीं दूसरी ओर भाजपा ने भी इसका मुंहतोड़ जवाब दिया है। एक दिन पहले कथित जासूसी मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा था, ''जिनका इतिहास जासूसी है, हम उनकी जासूसी क्यों करें?'' सीएम शिवराज ने पूरे प्रकरण को देश को बदनाम करने की साजिश करार दिया। कमलनाथ ने कहा कि सॉफ्टवेयर राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए नहीं बल्कि मोदी की सुरक्षा के लिए खरीदा गया था। सुप्रीम कोर्ट के एक जज द्वारा सवाल किए जाने पर कमलनाथ ने कहा कि केंद्र सरकार को कोर्ट में हलफनामा देना चाहिए कि उन्होंने सॉफ्टवेयर नहीं खरीदा।

shivraj and kamalnath
कमलनाथ ने दावा किया कि सॉफ्टवेयर कर्नाटक सरकार को उखाड़ फेंकने में भी भूमिका निभाएगा। संभव है कि मध्य प्रदेश में सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए भी इसका इस्तेमाल किया गया हो। कमलनाथ ने जवाब दिया कि.. क्या आप जानते हैं कि शिवराज सिंह चौहान का फोन भी टैप किया जा रहा है।

कमलनाथ के आरोपों को लेकर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वी.डी. शर्मा ने कहा, 'अगर कमलनाथ के सबूत हैं तो सामने लाएं, भ्रम फैलाने की कोशिश न करें।हालांकि, पास गैसस द्वारा कथित जासूसी के मामले में मध्य प्रदेश में राजनीतिक गर्मी अब तक के सबसे ऊंचे स्तर पर है। कांग्रेस केंद्र और भाजपा सरकार को बाकी सब से बड़ा मुद्दा मानकर हार मानने के मूड में नहीं है। कांग्रेस और कमलनाथ के रवैये को देखते हुए लगता नहीं है कि पेगासस जासूसों की आग इतनी आसानी से बुझेगी।