शरीर पर पड़ता है बुरा असर, हो सकती हैं ये बीमारियां अगर आप पीते है कम पानी 


स्टोरी हाइलाइट्स

शरीर पर पड़ता है बुरा असर, हो सकती हैं ये बीमारियां अगर आप पिते है कम पानी
एक Healty Lifestyle के लिए सबसे जरूरी जो बोला जाता है| वो है बार-बार पानी पीना. शरीर के लिए पानी बहुत जरूरी तत्व है. पानी शरीर से सारी गंदगी को बाहर करने का भी काम करता है. अमेरिका के प्रसिद्ध फिजिशियन डॉक्टर जैच बुश का कहना है, 'पानी एक डिटर्जेंट की तरह है जो हमारे शरीर में सफाई का काम करता है. शरीर की हर कोशिकाएं सही ढंग से काम कर सकें इसके लिए पानी की बहुत जरूरत पड़ती है.' आइए जानते हैं कि Dehydration यानी पानी की कमी से हमारे शरीर को किस तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है.
दिमाग पर असर

Symptoms Of Dehydration
जब शरीर में पानी की कमी होती है तब कोशिकाएं मस्तिष्क को इस बात का संकेत भेजती हैं कि आपको प्यास लगी है. हालांकि Dehydration का असर दिमाग पर और भी तरीकों से पड़ता है. Dehydration  का डायरेक्ट कनेक्शन मूड और परफॉर्मेंस से भी जुड़ा होता है. अमेरिकन कॉलेज ऑफ न्यूट्रीशन की पत्रिका के मुताबिक सिर्फ 2 फीसदी डिहाइड्रेशन भी ध्यान से करने वाले किसी काम को बिगाड़ सकता है. डिहाइड्रेशन का असर यादाश्त पर भी पड़ता है

इलेक्ट्रोलाइट का स्तर हो जाता है कम

Dehydration की वजह से इलेक्ट्रोलाइट का स्तर बहुत कम हो जाता है जो दिमाग में कई तरह की दिक्कतें पैदा कर सकता है. Electrolyte potassium और Sodium जैसे मिनरल्स हैं जो कोशिकाओं के बीच सिग्नल भेजने का काम करती है. मेयो क्लीनिक के अनुसार, अगर आपके इलेक्ट्रोलाइट्स बहुत कम हैं, तो वो कोशिकाओं को संकेत भेजने का काम नहीं कर सकेंगे और इसकी वजह से मांसपेशियों में खिंचाव से लेकर दौरे पड़ने तक की समस्या आ सकती है


किडनी और यूरिनरी सिस्टम
 

जब शरीर में पानी की कमी होती है तो कोशिकाएं हाइपोथैलेमस को एक संकेत भेजती हैं, जो वैसोप्रेसिन नाम का हार्मोन निकालती हैं. इसे Antidirectic hormone(एडीएच) के नाम से भी जाना जाता है. यह हार्मोन किडनी को खून से कम पानी निकालने का संकेत देता है, जिससे पेशाब कम, गाढ़ा और गहरे रंग का निकलता है.  किडनी खून के प्रमुख फिल्टर हैं और पर्याप्त तरल पदार्थ के बिना वो शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर नहीं निकाल पाते हैं. डॉक्टर बुश का कहना है, 'आश्चर्यजनक रूप से, आपकी किडनी एक दिन में 55 गैलन तक तरल पदार्थ ले जाने में सक्षम है.'


पानी की कमी से हो सकता है पथरी
 

ज्यादा समय तक प्यासे रहने पर किडनी को बहुत मेहनत करनी पड़ती है. नेशनल किडनी फाउंडेशन के अनुसार, इस तरीके से किडनी को चोट आ सकती है और आपको किडनी की बीमारी भी हो सकती है. शरीर में पानी की कमी से पथरी की भी समस्या होने लगती है. मेयो क्लीनिक के मुताबिक, जो लोग गर्म, शुष्क मौसम में रहते हैं और जिन लोगों को दूसरों की तुलना में बहुत अधिक पसीना आता है, उन लोगों में ये खतरा ज्यादा पाया जाता है.

खून पर असर
 

शरीर में खून बनाने के लिए तरल पदार्थ की जरूरत होती है. जब शरीर में तरल पदार्थ की कमी हो जाती है तो खून का स्तर भी कम हो जाता है. प्रसिद्ध डाइटीशियन स्टेफन्स्की कहती हैं, 'शरीर में उचित ब्लड प्रेशर को बनाए रखने के लिए पर्याप्त तरल पदार्थ की जरूरत होती है.' शरीर में पानी की कमी की वजह से Hypotension or low blood pressure की शिकायत हो सकती है और इसकी वजह से व्यक्ति बेहोश भी हो सकता है.

नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अनुसार, डिहाइड्रेशन की गंभीर स्थिति की वजह से हाइपोवॉल्मिक शॉक जैसी इमरजेंसी हालत भी आ सकती है. जहां खून में ऑक्सीजन की कमी होने लगती है और खून की कमी की वजह से ये पूरे शरीर में नहीं फैल पाता है जिससे कई अंग काम करना बंद कर सकते हैं. डॉक्टर बुश का कहना है कि इसकी वजह से सिर दर्द, चक्कर, आखों पर दबाव, सेक्स ड्राइव में कमी या फिर नींद ना आने जैसी समस्या हो सकती है.

डाइजेस्टिव सिस्टम
 

पाचन तंत्र को सही से काम करने के लिए पर्याप्त पानी की जरूरत पड़ती है. पानी के जरिए ही शरीर से अपशिष्ट पदार्थ बाहर आते हैं और पाचन तंत्र दुरूस्त रहता है,'शरीर में तरल पदार्थ की कमी का असर शौच क्रिया पर पड़ता है.'

स्किन पर असर
पानी की कमी का सीधा असर स्किन पर भी पड़ता है. पानी की कमी की वजह से स्किन रूखी होने लगती है और होंठ फटने लगते हैं. अच्छी और सेहतमंद स्किन के लिए अच्छा हाइड्रेशन होना जरूरी है.