हलद्वानी: पूर्व नियोजित थी हिंसा, पैरामिलिट्री फोर्स ने संभाला मोर्चा


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स्टोरी हाइलाइट्स

उत्तराखंड के हल्द्वानी में भड़की हिंसा के बाद स्थिति तनावपूर्ण , दंगाइयों को गोली मारने के आदेश

उत्तराखंड के हल्द्वानी में नगर निगम द्वारा अवैध मदरसे को ढहाने और एक इमारत पर बुलडोजर चलाये जाने के बाद भड़की हिंसा पूर्व नियोजित थी। हल्द्वानी डीएम वंदना सिंह ने शुक्रवार को यह खुलासा किया है। स्थिति अब भी तनावपूर्ण बनी हुई है और पैरामिलिट्री फोर्स ने मोर्चा संभाल लिया है। दंगाइयों को देखते ही गोली मारने का आदेश भी दिया जा चुका है।

डीएम वंदना सिंह ने बताया कि अतिक्रमण हटाने से पहले ही टीम पर हमले की प्लानिंग कर ली गई थी। भीड़ ने पहले पत्थर फेंके, जिन्हें फोर्स ने तितर-बितर कर दिया।भीड़ ने पुलिस और निगम के अमले पर हमला कर दिया। बनभूलपुरा थाने को घेरा और पथराव किया।

हलद्वानी में गुरुवार को हुई हिंसा में 4 लोगों की मौत हो गई थी वहीं घटना में सौ से भी पुलिसकर्मियों के घायल होने की ख़बर है। हल्द्वानी के बनभूलपुरा में अवैध रूप एक मदरसा और मस्जिद का संचालन किया जा रहा था, जिसे गुरुवार 8 फरवरी को प्रशासन की कार्रवाही में धवस्त कर दिया गया था। मदरसे और मस्जिद को ध्वस्त करने पर यहां के निवासियों ने इलाके में हिंसक प्रदर्शन किया। निवासियों द्वारा वाहनों और एक पुलिस स्टेशन को आग लगाने और पथराव करने के बाद अधिकारियों ने कर्फ्यू भी लगा दिया।

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शांति की अपील की है। सीएम धामी नैनीताल जिले के हलद्वानी कस्बे में फैली हिंसा पर लगातार अपडेट ले रहे हैं। इस संबंध में उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर एक पोस्ट शेयर की है। उन्होंने लिखा है, कि हर दंगाई की पहचान की जा रही है और उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। हल्द्वानी के बनभूलपुरा में हुई घटना के संबंध में शासकीय आवास पर अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक कर वर्तमान स्थिति की समीक्षा की। पुलिस को अराजक तत्वों से सख़्ती से निपटने के स्पष्ट निर्देश दिए हैं। आगजनी पथराव करने वाले एक-एक दंगाई की पहचान की जा रही है, सौहार्द और शांति बिगाड़ने वाले किसी भी उपद्रवी को बख्शा नहीं जायेगा। हल्द्वानी की सम्मानित जनता से अनुरोध है कि शांति व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस-प्रशासन का सहयोग करें।

सीएम की ओर से दंगाइयों को देखते ही गोली मारने का आदेश दिया गया है। पुलिस को स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि उपद्रवी तत्वों पर सख्त कार्रवाई की जाये। आपको बता दें कि गुरुवार शाम को हुई हिंसा में कुल 4 लोगों की मौत हो गई और 100 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हो गए। हिसा के बाद शहर में तनाव का माहौल है, जिसके चलते कर्फ्यू लगा दिया गया है।

बनभूलपुरा की सभी इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। हिंसा की संभावना वाले इलाकों की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है। साथ ही पिरशासन की ओर से सभी स्कूलों और कॉलेजों को भी बंद करने का आदेश दिया गया है।