इस तरह की आवाज़ के पीछे कई कारण होते हैं जैसे मांसपेशियों में ऐंठन, बुढ़ापा और गठिया।
विशेषज्ञों का मानना है कि उम्र के साथ जोड़ों में इस प्रकार का शोर बढ़ सकता है।
ऐसे में आगे कोई समस्या तो नहीं है, यह जानने के लिए डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
कभी-कभी हड्डियों और जोड़ों में झुनझुनी या सनसनी होती है। यह आमतौर पर हानिकारक नहीं होता है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि इसे अस्वीकार कर दिया जाना चाहिए। विशेषज्ञों का मानना है कि उम्र के साथ जोड़ों में इस प्रकार का साउंड बढ़ सकता है। ऐसे में आगे कोई समस्या तो नहीं है, यह जानने के लिए डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
शोध से यह भी पता चला है कि जिन लोगों को अपनी उंगलियों को चटकाने की आदत होती है, उनके शरीर के अन्य जोड़ों में इस तरह की आवाजें आने की संभावना अधिक होती है। इस तरह के साउंड के पीछे कई कारण होते हैं जैसे मांसपेशियों में ऐंठन, बुढ़ापा और गठिया।
बहुत से लोगों को फुर्सत में उंगली चटकाने की आदत होती है लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए।
यदि आप व्यायाम करते हैं तो इस प्रकार की समस्या से बचा जा सकता है। इसलिए एक ही पोजीशन में ज्यादा देर तक नहीं बैठना चाहिए और न ही खड़े रहना चाहिए। समय-समय पर ब्रेक लेना चाहिए।
तनाव दूर करने के लिए गहरी सांस लें, ध्यान करें या स्ट्रेस बॉल की मदद लें। नहीं तो रोजाना हल्की स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज करनी चाहिए। स्वस्थ रहने के लिए सप्ताह में 150 मिनट व्यायाम करें। या शारीरिक कार्य जैसे गृहकार्य, बागवानी, व्यायाम आदि करें।
इस लेख में दी गई जानकारी को लागू करने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श करना सुनिश्चित करें।