नमक कम कर दें,होंगे कई फायेदे: साल्ट कम तो बाथरूम के चक्कर भी कम


स्टोरी हाइलाइट्स

नमक (साल्ट) की मात्रा कम करने से रातों को बाथरूम के चक्कर लगना कम हो जाते हैं। कई मरीजों के मामले में तो उन्हें रात में बाथरूम जाने के लिए उठने की

नमक कम कर दें,होंगे कई फायेदे: साल्ट कम तो बाथरूम के चक्कर भी कम नमक (साल्ट) की मात्रा कम करने से रातों में बाथरूम के चक्कर लगना कम हो जाते हैं। कई मरीजों के मामले में तो उन्हें रात में बाथरूम जाने के लिए उठने की भी जरूरत नहीं पड़ती है। 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को रात में एक न एक बार टॉयलेट जाने के लिए उठना ही पड़ता है। इसे नॉक्टोरिया कहते हैं। रातों की नींद यदि डिस्टर्ब हो जाए तो तनाव बढ़ता है, चिढ़-चिड़ापन आता है और थकान बनी रहती है। इससे क्वालिटी ऑफ लाइफ quality of life प्रभावित होती है। नॉक्टोरिया के कई कारण होते हैं जिनमें से एक है डाइट में नमक(साल्ट) की मात्रा: जापान के नागासाकी यूनिवर्सिटी के इस रिसर्च अध्ययन में हमने भोजन में नमक(साल्ट) की मात्रा और टॉयलेट जाने की फ्रीक्वेंसी को स्टडी किया था। रातों की नींद खराब करते हुए बाथरूम तक जाना सभी के लिए मुश्किल होता है। जो बुजुर्ग इससे पीड़ित हैं वे इसको लेकर बहुत संवेदनशील हो जाते हैं। अब यह संभावना बन रही है कि डाइट में नमक(साल्ट) की मात्रा कम कर देने से ही क्वालिटी ऑफ लाइफ में बहुत गुणात्मक परिवर्तन लाए जा सकते हैं। यह रिसर्च 3000 से अधिक जापानियों पर केंद्रित था। इसमें मरीजों के भोजन में नमक(साल्ट) की मात्रा कम करने का सुझाव दिया गया था। इस रिसर्च  के नतीजे 12 हफ्तों के अध्ययन के बाद आए हैं। अमेरिकन हार्ट फाउंडेशन ने प्रतिव्यक्ति प्रतिदिन 2300 मिलीग्राम नमक(साल्ट) खाने की सलाह दी है। यह मात्रा एक चाय के आधा चम्मच के बराबर मानी जाती है। नमक(साल्ट) की मात्रा कम कर देने से रातों को बाथरूम की दौड़ लगाना बंद हुई साथ ही दिन में भी बाथरूम के चक्करों में कमी आई थी. Latest Hindi News के लिए जुड़े रहिये News Puran से.