जिनके हाथ राम भक्तों के खून से सने हैं, अयोध्या विवाद पर वे सलाह ना दे: उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य 


स्टोरी हाइलाइट्स

जिनके हाथ राम भक्तों के खून से सने हैं, अयोध्या विवाद पर वे सलाह ना दे: अयोध्या में राम मंदिर से जुड़ी जमीन की खरीद में घोटाले के आरोपों का मामला लगातार ...

जिनके हाथ राम भक्तों के खून से सने हैं, अयोध्या विवाद पर वे सलाह ना दे: उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य  अयोध्या में राम मंदिर से जुड़ी जमीन की खरीद में घोटाले के आरोपों का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। आम आदमी पार्टी और समाजवादी पार्टी जहां इस मुद्दे पर आरोप लगा रही हैं, वहीं भारतीय जनता पार्टी के नेता और उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य ने सभी आरोपों का जवाब दिया है। केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि, जिनके हाथ राम भक्तों के खून से सने हैं, वे सलाह ना दे। अगर कोई आरोप है तो उसकी जांच कराई जाएगी। गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। राम मंदिर का निर्माण लगातार हो रहा है, बाहरी लोग सलाहकार ना बने। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि आरोप लगाए गए हैं और अब इसकी जांच की जाएगी। अगर कोई दोषी पाया गया तो कार्रवाई की जाएगी। जमीन खरीद विवाद पर यूपी सरकार या बीजेपी के किसी वरिष्ठ नेता की यह पहली प्रतिक्रिया है। प्रियंका गांधी ने भी उठाए गंभीर सवाल https://twitter.com/priyankagandhi/status/1404318647103889411?s=20 समाजवादी पार्टी और आम आदमी पार्टी के बाद अब कांग्रेस ने भी इस मुद्दे को उठाया है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोमवार को इस मुद्दे पर ट्वीट किया। प्रियंका ने लिखा कि लाखों लोग आस्था और भक्ति के साथ भगवान के पदचिन्हों पर चले। उस योगदान का दुरुपयोग करना अधर्म है, पाप है, उनके विश्वास का अपमान है। गौरतलब है कि इस मुद्दे को सबसे पहले सपा और आप ने रविवार को उठाया था। आरोप है कि राम मंदिर के लिए जमीन का एक टुकड़ा 18 करोड़ रुपये में खरीदा गया था, लेकिन 10 मिनट पहले ही 2 करोड़ रुपये की कीमत के आधार पर इसकी रजिस्ट्री हो गई। विपक्ष ने इस पर करोड़ों रुपये के घोटाले का आरोप लगाया है. हालांकि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट ने सभी आरोपों को बेबुनियाद और राजनीति से प्रेरित बताया। ट्रस्ट के अलावा अयोध्या के मेयर ने भी आरोपों से इनकार किया है।