मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क से एक बार फिर शुशखबरी आई है। मादा चीता 'मुखी' ने पांच शावकों को जन्म दिया है। सभी शावक अपनी मां के साथ पूरी तरह स्वस्थ और सुरक्षित हैं। पार्क की डॉक्टरों की टीम लगातार उन पर नज़र रख रही है। यह प्रोजेक्ट चीता के लिए एक बड़ा माइलस्टोन है।
दिलचस्प बात यह है कि मुखी भारत में पैदा होने वाले पहले चीतों में से एक है। उसका जन्म मार्च 2023 में नामीबियाई चीता ज्वाला से हुआ था। उसकी माँ ने जन्म के कुछ ही दिनों बाद उसे छोड़ दिया था, इसलिए पार्क के स्टाफ ने उसे पाला। मुखी अब बड़ी हो गई है और खुद माँ बन गई है।
उसने पहली बार पाँच बच्चों को जन्म देकर इतिहास रच दिया है। इससे यह साबित होता है कि चीते भारतीय मिट्टी में अच्छी तरह से रच बस रहे हैं और उनकी नई पीढ़ी फल-फूल रही है। प्रोजेक्ट चीता 2022 में लॉन्च किया गया था जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से चीतों को भारत लाए थे।
तब से, कुनो में कई शावकों का जन्म हुआ है, लेकिन भारतीय मूल के चीते का पहला जन्म बहुत खास है। अब, पार्क में चीतों की संख्या और बढ़ेगी, जो हमारे वाइल्डलाइफ कंजर्वेशन के लिए गर्व की बात है।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस खुशी को शेयर करते हुए एक्स पर पोस्ट शेयर कर पार्क को बधाई दी। उन्होंने लिखा कि कूनो में तेंदुओं की आबादी बढ़ रही है, जो प्रोजेक्ट चीता की सफलता की निशानी है। मुख्यमंत्री ने छोटे बच्चों की तस्वीरें भी शेयर कीं, जिन्हें देखकर हर कोई खुश है।
पुराण डेस्क