नई संभावनाओं के साथ जुड़ा है एग्रीकल्चर कैरिएर- Agriculture carrier is associated with new possibilities
आज की युवा पीडी कई नए छेत्रों मैं आपना कैरिएर तलाश कर रही है | युवा वर्ग को मेट्रो सिटी मैं होने वाली चका-चौंध अपनी तरफ खींच लेती है और उनका सपना रहता है के वो मेट्रो सिटी जाये और उधर अपना कैरिएर बनाये | वह मानते हैं कि कृषि के क्षेत्र में कॅरियर का कोई स्कोप नहीं है। जबकि कृषि सबसे बड़े उद्योगों में से एक है और देश भर में रोजगार का एक अच्छा स्रोत है। अपनी देश की अर्थव्यवस्था में कृषि की भी अहम भूमिका है और इसलिए इस क्षेत्र में करियर की कई संभावनाएं देखी जा सकती हैं। इसमें विभिन्न प्रकार के वैज्ञानिक, तकनीकी और व्यावसायिक क्षेत्र शामिल हैं।| कृषि क्षेत्र में बागवानी, खेत प्रबंधन, व्यवसाय और उद्योग शामिल हैं | जो कृषि उत्पादों की खरीद और प्रक्रिया करते हैं,कृषि मशीनरी, बैंकिंग गतिविधियों का निर्माण करते हैं, गुणवत्ता और कृषि उत्पादों की मात्रा में सुधार के लिए रिसर्च आदि करते हैं। अगर आप भी खेती से जुड़ी बारीकियों को जानना चाहते हैं और बेहतर उत्पादन के जरिए देश की सेवा करना चाहते हैं तो एग्रीकल्चर में कॅरियर बना सकते हैं। तो जानते हैं इस क्षेत्र मैं विस्तार से
कोर्स,योग्यता व एडमिशन
कृषि क्षेत्र मैं अध्ययन करने के लिए जॉइंट एंट्रेस एग्जाम (JEE) का एग्जाम देना पड़ता है । अनेक विश्वविद्यालय में 12वी के अंकों की मेरिट के आधार पर सीधा एडमिशन भी मिलता है। चार साल के एग्रीकल्चरल साइंस के कोर्स में हम एग्रीकल्चर के विभिन्न विषयों का अध्ययन करते हैं, जिसमे सेमेस्टर प्रणाली (6 month) की भूमिका होती है। उस दौरान समस्त एग्रीकल्चरल टेक्नोलॉजी के सभी विषयों पर गहन अध्ययन, प्रायोगिक और सैद्धांतिक रूप से होता है। जहाँ फार्म मैनेजमेंट (बुवाई से बाजार तक), प्रोडक्शन और प्रोटेक्शन, इकोनॉमिक्स, बायोलॉजिकल साइंसेज, नेचुरल एंड सोशल साइंसेज, इंजीनियरिंग और फ़ूड साइंस एंड टेक्नोलॉजी जैसे विषय संकलित हैं। एग्रीकल्चरल फील्ड में बायोलॉजी, कैमिस्ट्री, फिजिक्स, मैथ्स और स्टेटिस्टिक्स के बेसिक प्रिंसिपल्स का भी इस्तेमाल किया जाता है। आप इसमें डिग्री एग्रीकल्चर, वेटनेरी साइंस, एग्रीकल्चरल इंजीनियरिंग, फॉरेस्टरी, डेयरी टेक्नोलॉजी, फिशरी, सेरीकल्चर, हॉर्टीकल्चर, फूड साइंस, होम साइंस, मार्केटिंग, बैंकिंग एंड कोऑपरेशन किसी भी एक विषयकेर सकते हैं |
प्रमुख संस्थान
भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (IARI), नई दिल्ली
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (IGNOU), कृषि विद्यालय (SOA), नई दिल्ली
देश भगत यूनिवर्सिटी, पंजाब
पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी, कॉलेज ऑफ एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, लुधियाना
अमृतसर कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, अमृतसर
कॅरियर स्कोप
Agriculture Jobs
आज के समय में, कृषि क्षेत्र में प्रशिक्षित पेशेवर की मांग अधिक है। इस क्षेत्र में कोर्स करने के बाद, युवा वर्ग सरकारी के साथ-साथ निजी संगठनों में भी नौकरी के लिए आवेदन कर सकते हैं। कृषि स्नातक उम्मीदवारों के लिए नौकरी के विभिन्न अवसर उपलब्ध हैं। एग्रीकल्चर की पढ़ाई करने के बाद आप बागवानी, डेयरी और पोल्ट्री फार्मिंग में नौकरी के अवसर प्रदान करते हैं। इस क्षेत्र में स्नातक पूरा करने और कुछ अनुभव के बाद, आप अपना खुद का व्यवसाय शुरू कर सकते हैं जैसे कृषि फर्म, कृषि उत्पाद की दुकान, कृषि उद्योग, आदि। एग्रीकल्चर में स्नातकोत्तर की डिग्री पूरी करने के बाद, आप पर्यवेक्षक, वितरक, शोधकर्ता और इंजीनियर के रूप में काम कर सकते हैं।
कर्मचारियों का सैलरी पैकेज
इस फील्ड में पेशेवरों को 4 वर्ष से 6 वर्ष के कार्य-अनुभव के बाद एवरेज 6 लाख-10 लाख रुपए प्रति वर्ष तक का सालाना पैकेज मिल सकता है। इस फील्ड में पोस्ट ग्रेजुएट कैंडिडेट्स शुरू में 3.6 लाख रुपए तक औसतन सालाना सैलरी पैकेज लेते हैं और 4 वर्ष से 6 वर्ष के कार्य अनुभव के बाद 9 लाख-6 लाख रुपए प्रति वर्ष औसतन सैलरी कमा सकते हैं। इसी तरह इस फील्ड से संबद्ध रिसर्च प्रोफेशनल्स 55 से 80 हजार रुपए प्रति माह तक एवरेज सैलरी लेते हैं।
मुख जॉब प्रोवाइडर इंडस्ट्रीज/कंपनीज़
20 Best agriculture field officer jobs
निजी क्षेत्र में भी रोजगार के कई माध्यम हैं,
♦ खाद व उर्वरक कम्पनी
♦ फार्मिंग इंडस्ट्री कंसल्टेंट्स
♦ पेस्टिसाइड इंडस्ट्रीज
♦ एग्रीकल्चर इक्यूपमेंट इंडस्ट्रीज
♦ एग्रीकल्चरल कमोडिटीज प्रोसेसर्स
♦ सीड इंडस्ट्रीज
♦ एनजीओ
♦ स्ववित्तपोषित संस्थान
♦ मीडिया ग्रुप
♦ फ़ूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्रीज
♦ डेरी इंडस्ट्रीज
♦ भारत व राज्य सरकारों के कृषि से सम्बन्धी विभाग
आईसीएआर के सभी अनुसंधान केंद्र व स्टेट एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी
कृषि विज्ञान केंद्र,
स्टेट एग्रीकल्चर रिसर्च स्टेशन,
मृदा जाँच केंद्र,
राष्ट्रीय बीज निगम,
केंद्रीय कृषि पशुपालन मंत्रालय व कृषि विभाग,
राज्य कृषि व पशुपालन मंत्रालय व विभाग,
जल एवं पर्यावरण मंत्रालय,
मौसम विभाग आदि प्रमुख हैं।