कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता बीएस येदियुरप्पा (81) के खिलाफ पास्को एक्ट के तहत केस दर्ज होने के बाद सियासी गर्मी भी है। येदियुरप्पा के खिलाफ नाबालिग के यौन शोषण का आरोप है। मामला पिछले महीने का है। महिला के आरोपों के बाद केस दर्ज किया गया है।
महिला का कहना है कि वह अपनी बेटी के खिलाफ बलात्कार के मामले में न्याय की मांग करते हुए 2 फरवरी को येदियुरप्पा के आवास पर गई थी और मांग की थी कि मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया जाए। मगर येदियुरप्पा कथित तौर पर नाबालिग को एक कमरे में ले गए, दरवाजा बंद कर दिया और उसका यौन उत्पीड़न किया।
महिला ने एफआईआर में आरोप लगाया कि जब उसने येदियुरप्पा की हरकत पर आपत्ति ली, तो उन्होंने कहा कि वह जांच कर रहे थे कि लड़की के साथ बलात्कार हुआ है या नहीं। बाद में येदियुरप्पा ने कथित तौर पर माफी मांगी और महिला से मामले के बारे में किसी को नहीं बताने को कहा।
वहीं येदियुरप्पा ने कहा है कि कुछ दिन पहले एक महिला मेरे घर आई थी। वह रोते हुए कह रही थी कि कुछ समस्या है। मैंने उससे पूछा कि मामला क्या है और मैंने खुद पुलिस को फोन किया, कमिश्नर को मामले की जानकारी दी और उसकी मदद करने को कहा, मैं यह नहीं कहूंगा कि इसके पीछे कोई राजनीतिक मकसद है।