पंजाब कांग्रेस का कप्तान बनने के बाद सिद्धू और अमरिंदर के बीच पहली आधिकारिक बैठक..


स्टोरी हाइलाइट्स

चंडीगढ़:  पंजाब कांग्रेस के कप्तान बने नवजोत सिंह सिद्धू और राज्य के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के बीच पहली आधिकारिक बैठक दोपहर 3.30 बजे..

पंजाब कांग्रेस का कप्तान बनने के बाद सिद्धू और अमरिंदर के बीच पहली आधिकारिक बैठक..
  चंडीगढ़:  पंजाब कांग्रेस के कप्तान बने नवजोत सिंह सिद्धू और राज्य के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के बीच पहली आधिकारिक बैठक आज चंडीगढ़ के पंजाब सचिवालय में शुरू हुई। बैठक में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह अपने फार्म हाउस से सचिवालय पहुंचे हैं |   पंजाब कांग्रेस   उल्लेखनीय है कि पहले दिन जब नवजोत सिंह सिद्धू ने कार्यभार संभाला तो सीएम अमरिंदर सिंह सुनियोजित कार्यक्रम में पहुंचे| इससे पहले कांग्रेस की अंदरूनी कलह की खबरें अखबारों में घूम रही थीं। अमरिंदर सिंह की इच्छा के खिलाफ, नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब कांग्रेस की बागडोर दी गई। कांग्रेस के इस कदम को पंजाब में विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी को मजबूत करने के लिहाज से अहम माना जा रहा है।   गौरतलब है कि सिद्धू के उद्घाटन समारोह के दौरान पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पाकिस्तान को एक बड़ा खतरा बताया था| कप्तान ने कहा, 'पंजाब की पाकिस्तान के साथ 300 किलोमीटर लंबी सीमा है और हमें सुरक्षा के इंतजाम करने होंगे।'   पंजाब कांग्रेस में सीएम कैप्टन अमरिंदर और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच लंबे समय से तलवारें खिंची हुई हैं। उन्होंने पिछले पांच महीनों में बात भी नहीं की थी। सिद्धू ने कैबिनेट से इस्तीफा देने के बाद भी कप्तान पर हमला जारी रखा। सोनिया गांधी की बात सुनने से पहले कैप्टन ने जोर देकर कहा कि सिद्धू उनसे माफी मांगें| लेकिन सिद्धू ने माफी नहीं मांगी। हालांकि, एक समय कैप्टन अमरिंदर सिद्धू के पंजाब कांग्रेस के कप्तान के रूप में राज्याभिषेक से नाराज थे। दोनों के बीच मतभेदों को देखते हुए दोनों के बीच मुलाकात काफी अहम मानी जा रही है| साथ ही अगले साल पंजाब में होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए यह सीट महत्वपूर्ण मानी जा रही है।