पड़ोसी देश नेपाल में एक बार फिर से राजतंत्र की वापसी की मांग तेज होती जा रही है। काठमांडू में राजतंत्र समर्थकों के प्रदर्शन व हिंसा भड़कने के बाद अफरातफरी का माहौल है। पुलिस को प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए आंसू गैस के गोले दागने पड़ रहे हैं। बवाल को बढ़ता देख नेपाल की सेना को अलर्ट पर रखा गया है। राजतंत्र के समर्थन में हो रहे इस प्रदर्शन का नेतृत्व दुर्गा परसाई कर रहे हैं जो एक उद्यमी हैं और खुद पूर्व माओवादी रह चुके हैं।
नेपाल के गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सेना को अलर्ट पर रखा गया है लेकिन इस्तेमाल करने की जरूरत नहीं पड़ी है। बताया जा रहा है कि प्रदर्शन के दौरान दुर्गा परसाई अपने प्रदर्शन के मूल स्थान से बाजार की ओर चले गए जहां वह राजतंत्र को बहाल करने के समर्थन में नारे लगाने लगे। साथ ही उन्होंने 'महंगे संघीय सिस्टम' को खत्म करने की भी मांग की।
ओली के करीबी महेश बासनेट ने चेतावनी दी कि वे परसाई के समर्थकों को अराजक स्थिति नहीं पैदा करने देंगे। परसाई ने कहा कि उनका आंदोलन वर्तमान व्यवस्था के खिलाफ लोगों का जनविद्रोह है। प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड लोगों के सामने सरेंडर कर दें और नेपाली जनता की इच्छा के मुताबिक राजनीतिक व्यवस्था को लागू करवाएं।