खजुराहो नृत्य महोत्सव
खजुराहो नृत्य महोत्सव मध्य प्रदेश के खजुराहो में मनाया जाता है। चंदेल राजाओं द्वारा बनवाए गए खजुराहो के मंदिर अपने उत्कृष्ट पाषाण शिल्प के लिए विश्वविख्यात हैं। इसमें से अवशेष 22 मंदिर प्रत्येक वर्ष मार्च के महीने में 'भारतीय शास्त्रीय नृत्य' के सप्ताह भर लम्बे कार्यक्रमों द्वारा सजीव हो उठते हैं। इस समय भारत के अनेक विश्वविख्यात कलाकार यहाँ अपनी कला का प्रदर्शन करते हैं।
खजुराहो नृत्य महोत्सव मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले के विश्व प्रसिद्ध खजुराहो मंदिर के परिसर में 20 फरवरी से शुरू हुआ । मध्यप्रदेश की संस्कृति, आयुष और चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. विजयलक्ष्मी साधौ 20 फरवरी को इस महोत्सव का शुभारंभ किया ।
देखें खजुराहों नृत्य फेस्टिवल २० फरवरी २०२० लाइव
https://www.facebook.com/khajurahodancefestival/videos/618639142031466/
अपने पुरातात्विक और ऐतिहासिक महत्त्व के कारण यूनेस्को द्वारा 'विश्व धरोहर' के रूप में नामित मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध खजुराहो मंदिर में प्रति वर्ष फरवरी-मार्च के महीनों में शास्त्रीय नृत्यों के समृद्ध सांस्कृतिक रूप को देखने के लिए भारत और विदेशों से भीड़ उमड़ती है।
चंदेलों द्वारा निर्मित शानदार वास्तुकला वाले मंदिरों के बीच अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त शास्त्रीय नृत्य का यह 'खजुराहो नृत्य महोत्सव' देश की सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने की दिशा में आयोजक 'मध्य प्रदेश कला परिषद' का एक प्रयास है।
सप्ताह भर लंबे इस महोत्सव के दौरान देश के हर हिस्से से लोकप्रिय शास्त्रीय नृत्य के कलाकारों को आमंत्रित किया जाता हैं।
भारत के जाने-माने श्रेष्ठ कलाकार कथक, कुचिपुड़ी, ओडिसी, भरतनाट्यम, मणिपुरी और मोहिनीअट्टम जैसे 'भारतीय शास्त्रीय नृत्यों' का प्रदर्शन करते है।
परंपरा और आध्यात्मिकता की ताकत इस प्रदर्शन को एक असामान्य और आकर्षक रूप प्रदान करती है। इन नृत्यों में 'भारतीय शास्त्रीय संगीत' की अधिकांश संगत का प्रयोग किया जाता है।
'खजुराहो नृत्य महोत्सव' के दौरान प्रदर्शन करना 'भारतीय शास्त्रीय नृत्य' कलाकारों के लिए विशेष सम्मान माना जाता है।
खजुराहो नृत्य समारोह 20 से 26 फरवरी 2020 |
20 फरवरी |
उमा शर्मा (सम्मानित), दिल्ली |
कथक |
20 फरवरी |
जतिन गोस्वामी (सम्मानित), गोलाघाट, असम |
सत्रिया |
20 फरवरी |
मीरा दास एवं साथी, भुबनेश्वर |
ओडिसी |
21 फरवरी |
पूजिता कृष्णा, हैदराबाद |
विलासिनी नाट्यम |
21 फरवरी |
कृष्ण मोहन मिश्रा, नई दिल्ली |
कथक |
21 फरवरी |
लता सिंह मुंशी एवं साथी, भोपाल |
भरतनाट्यम समूह |
22 फरवरी |
शोबना चन्द्रकुमार पिल्लई, चेन्नई |
भरतनाट्यम |
22 फरवरी |
सुप्रभा मिश्रा एवं साथी, अहमदाबाद |
ओडिसी समूह |
22 फरवरी |
आनन्दा शंकर जयंत एवं साथी, हैदराबाद |
भरतनाट्यम समूह |
23 फरवरी |
वाई. आशा कुमारी, नई दिल्ली |
ओडिसी |
23 फरवरी |
क्षितिजा बर्वे, गोवा |
भरतनाट्यम |
23 फरवरी |
रागिनी मक्खर एवं साथी, इन्दौर |
कथक समूह |
24 फरवरी |
एन. श्रीकान्त एवं अश्वथी श्रीकान्त, कोजीकोट, केरल |
भरतनाट्यम युगल |
24 फरवरी |
नायर सिस्टर्स - वीना- धन्या, बैंगलोर |
मोहिनीअट्टम युगल |
24 फरवरी |
नर्तकी नटराज, चेन्नई |
भरतनाट्यम |
25 फरवरी |
भद्रा सिन्हा, गायत्री शर्मा, नई दिल्ली |
भरतनाट्यम युगल |
25 फरवरी |
ऋचा जोशी-दीपक गंगानी, नई दिल्ली |
कथक युगल |
25 फरवरी |
मोहिका सक्सेना, भोपाल |
भरतनाट्यम |
25 फरवरी |
व्योमेश शुक्, वाराणसी |
नृत्य नाटिका |
26 फरवरी |
श्रीविद्या अंगरा सिन्हा, हैदराबाद |
कूचिपूड़ि |
26 फरवरी |
इनाक्षी सिन्हा-पवित्र भट्ट, कोलकाता |
ओडिसी, भरतनाट्यम युगल |
26 फरवरी |
सिनम बासु सिंह एवं साथी, इम्फाल |
मणिपुरी समूह |
26 फरवरी |
अमिता खरे एवं साथी, भोपाल |
कथक समूह |