9 दिसंबर को मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री मोहन यादव की अध्यक्षता में कैबिनेट मीटिंग हुई। खजुराहो से लेकर बुंदेलखंड तक राज्य के विकास के लिए कई बड़े फैसले लिए गए।
मीटिंग के बाद मुख्यमंत्री मोहन यादव, खजुराहो से BJP सांसद वीडी शर्मा और राज्य मंत्री दिलीप अहिरवार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इन फैसलों की जानकारी दी।
इस खास मौके पर मुख्यमंत्री ने राज्य में चल रहे सुधारों और योजनाओं पर जोर दिया, जो राज्य के विकास को नई दिशा देंगे।
अन्य पिछड़ा वर्ग के युवाओं को विदेश में रोजगार उपलब्ध कराने की विभागीय योजनान्तर्गत सोशल इंपैक्ट बांड (SIB) के द्वारा संचालन के लिए परियोजना की स्वीकृति दी गई।
मोहन कैबिनेट मीटिंग में सागर जिले को बड़ी सौगात मिली। गढ़पेरा इलाके में 608 हेक्टेयर जमीन पर एक बड़ा इंडस्ट्रियल एरिया डेवलप करने का फैसला किया गया। इस प्रोजेक्ट से युवाओं के लिए रोज़गार के नए मौके मिलेंगे।
मंत्री ने कहा कि छोटे उद्योगों से सागर के आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। इससे राज्य में इंडस्ट्रियल एक्टिविटी भी बढ़ेगी। 30,000 लोगों को रोज़गार और बिज़नेस के नए मौके मिलेंगे। इससे राज्य की इकॉनमी भी मज़बूत होगी।
मीटिंग में दौरान दमोह को भी एक प्रोजेक्ट की सौगात मिली। सागर और दमोह को जोड़ने वाली 76 किमी लंबी फोर-लेन सड़क बनाई जाएगी। इस प्रोजेक्ट के लिए ₹2,000 करोड़ मंजूर किए गए। यह सड़क दमोह और आस-पास के इलाकों के लोगों को बेहतर ट्रांसपोर्टेशन देगी। यह प्रोजेक्ट इलाके के विकास के लिए अहम साबित होगा। इससे ट्रांसपोर्ट की सुविधाएं बेहतर होंगी और यात्रा का समय कम होगा।
मीटिंग में फायर सर्विसेज़ के मॉडर्नाइज़ेशन और विस्तार के लिए ₹397 करोड़ को मंज़ूरी दी गई। इसके अलावा, 600 युवाओं को रोज़गार देने के लिए जापान और जर्मनी भेजा जाएगा।
मीटिंग में बुंदेलखंड में मेडिकल शिक्षा के विस्तार के लिए भी ज़रूरी फ़ैसले लिए गए। स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए दमोह, छतरपुर और बुधनी में नए मेडिकल कॉलेज खोले जाएंगे। 990 रेगुलर और 615 आउटसोर्स पोस्ट बनाई जाएंगी। राज्य के 11 जिलों में 12 हेल्थ इंस्टीट्यूशन को अपग्रेड किया जाएगा। सिविल हॉस्पिटल और कम्युनिटी हेल्थ सेंटर में बेड की संख्या बढ़ाई जाएगी। इन कामों पर हर साल ₹27 करोड़ खर्च किए जाएंगे।
बुंदेलखंड पैकेज
* अनुमानित निवेश 24240 करोड़
* रोज़गार लगभग 29100 व्यक्तियों को
* कुल भूमि 608.93 हेक्टेयर
* अधोसंरचना विकास व्यय 539.54 करोड़ रूपये पाँच वर्ष में
* 42 औद्योगिक यूनिट की स्थापना
नौरादेही सैंक्चुअरी को चीता के तीसरे हैबिटैट के तौर पर डेवलप किया जाएगा। मध्य प्रदेश में अभी 31 चीता हैं। भविष्य में बोत्सवाना से 8 और चीता लाए जाएंगे। इसके अलावा, दमोह के तेंदूखेड़ा में जापान नाला प्रोजेक्ट को मंजूरी दी गई है। इस प्रोजेक्ट से 17 गांवों की 3,600 हेक्टेयर ज़मीन को सिंचाई मिलेगी।
पुराण डेस्क