Navratri 2025 Day 4: 25 सितंबर को शारदीय नवरात्रि के चौथे दिन देवी चंद्रघंटा की भी पूजा की जा रही है। तृतीया तिथि सुबह 7:06 बजे तक रही। इसके बाद चतुर्थी तिथि शुरू हुई। इस दिन केवल देवी दुर्गा के तीसरे स्वरूप चंद्रघंटा की ही पूजा की जाएगी। चंद्रघंटा की पूजा के साथ-साथ वरद चतुर्थी भी है। वरद चतुर्थी आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को पड़ती है। भगवान गणेश की विधिवत पूजा करने से शुभ फल प्राप्त होते हैं। आइए जानते हैं शुभ मुहूर्त, आरती और मंत्रों सहित पूरा पंचांग।
इस साल शारदीय नवरात्रि का तीसरा दिन दो दिन पड़ रहा है। पंचांग के अनुसार, आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि 24 सितंबर को सुबह 4:51 बजे शुरू हुई और आज सुबह 7:06 बजे समाप्त हुई। तृतीया तिथि के बढ़ने के कारण, देवी चंद्रघंटा की पूजा दो दिन की जाएगी। इसलिए, गुरुवार को भी माता चंद्रघंटा की पूजा की जा रही है।
हर साल, भगवान गणेश से जुड़ा वरद चतुर्थी व्रत आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। आज भगवान गणेश की विधिवत पूजा करने से जीवन में सुख-समृद्धि बढ़ती है और सभी प्रकार के दुखों और कष्टों से मुक्ति मिलती है। भगवान गणेश की पूजा का सर्वोत्तम समय सुबह 11:00 बजे से दोपहर 1:25 बजे तक है। इसके अलावा, लाभ और उन्नति के लिए शुभ मुहूर्त दोपहर 12:12 बजे से दोपहर 1:43 बजे तक है।
पुराण डेस्क