कुख्यात नक्सल कमांडर माडवी हिडमा (43) को सुरक्षा बलों ने मार गिराया है। एनकाउंटर में उसकी पत्नी राजे भी मारी गई। 43 साल का हिडमा कम से कम 26 हथियारबंद हमलों के लिए ज़िम्मेदार था, जिसमें 2013 का दरभा घाटी हत्याकांड और 2017 का सुकमा हमला शामिल है।
यह बड़ा एनकाउंटर छत्तीसगढ़-आंध्र प्रदेश बॉर्डर पर जंगलों में हुआ। आंध्र प्रदेश के अल्लूरी सीतारामराजू जिले में मारेडुमिली के पास सुबह 6 से 7 बजे के बीच सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच गोलीबारी हुई। कुल छह नक्सली मारे गए।

इनमें साउथ बस्तर बटालियन (CCM) की सदस्य माडवी हिडमा, उसकी पत्नी राजे, लकमल, कमलू, मल्ला और देवे (हिडमा का बॉडीगार्ड) शामिल थे। सुरक्षा बलों ने मारे गए नक्सलियों के पास से दो AK47, एक रिवॉल्वर और एक पिस्तौल बरामद की।

पिछले कुछ हफ्तों से, AP SIB और इंटेलिजेंस इनपुट्स से नक्सली गतिविधियों के संकेत मिल रहे थे, खासकर AP-छत्तीसगढ़-ओडिशा बॉर्डर के पास, और उसी जानकारी के आधार पर यह ऑपरेशन किया गया, और सुरक्षा बलों को सफलता मिली। कॉम्बिंग ऑपरेशन अभी भी चल रहा है।
कौन था हिडमा?
* जन्म: 1981, सुकमा (छत्तीसगढ़) में
* पद: PLGA बटालियन नंबर 1 का हेड, जो नक्सलियों की सबसे खतरनाक स्ट्राइक यूनिट थी।
* वह CPI (माओवादी) की सेंट्रल कमेटी का सबसे कम उम्र का सदस्य था।
* वह सेंट्रल कमेटी में शामिल होने वाला बस्तर इलाके का अकेला आदिवासी था।
* उसके सिर पर 1 करोड़ का इनाम घोषित था।
* हिडमा के साथ उसकी दूसरी पत्नी राजे (रजक्का) भी मारी गई थी।
* असली नाम: संतोष
बड़े हमले जिनमें वह शामिल था:
* 2010 में दंतेवाड़ा हमला: 76 CRPF जवान शहीद
* 2013 में जीरम घाटी हत्याकांड: कांग्रेस के बड़े नेताओं समेत 27 लोग मारे गए
* 2021 में सुकमा-बीजापुर एनकाउंटर: 22 सुरक्षाकर्मी शहीद।
माओवादी विरोधी ऑपरेशन के तहत केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सुरक्षा बलों को हिडमा को मारने के लिए 30 नवंबर, 2025 तक की डेडलाइन दी थी। यह बड़ा ऑपरेशन आज किया गया। नक्सली हिडमा के मारे जाने के बाद गृह मंत्री ने इस ऑपरेशन में शामिल सुरक्षा बलों को बधाई दी।
पुराण डेस्क