महिला एवं बाल विकास विभाग ने माताओं को दिया पौष्टिक परामर्श- अंडा, मांस और मछली भी शामिल


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स्टोरी हाइलाइट्स

केंद्र के ‘पहले 1000 दिन’ पोषण सूत्रों को राज्य में लागू किया गया..!!

भोपालमध्य प्रदेश के महिला एवं बाल विकास विभाग ने माताओं और उनके बच्चों के पोषण के लिए एक नया दिशा-निर्देश जारी किया है- जिसमें प्रसव के छह माह बाद मां और शिशु को अंडा, मांस एवं मछली जैसे प्रोटीनयुक्त खाद्य पदार्थ खाने का परामर्श दिया गया है।

हालांकि विभाग ने स्पष्ट किया है कि यह परामर्श केवल उन्हीं परिवारों के लिए है जो पहले से मांसाहारी आहार लेते हैं।

यह परामर्श केंद्र सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के ‘पहले एक हजार दिन’ के अभियान के अंतर्गत है। मंत्रालय के अनुसार बच्चे के जन्म से पहले नौ माह और जन्म के बाद के दो वर्षों को मिलाकर यह अवधि बच्चे के शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक विकास की नींव रखती है।

इन्हीं पाँच पोषण सूत्रों में एक सूत्र मांसाहार आधारित प्रोटीन सेवन से संबंधित है, जिसे अब राज्य की महिला एवं बाल विकास विभाग ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट और सोशल मीडिया अभियानों के माध्यम से प्रचारित करना आरंभ किया है।

विशेषज्ञों का मानना है कि यह पहल मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य के स्तर को वैज्ञानिक और पोषण आधारित दृष्टिकोण से ऊँचा उठाने में मदद करेगी।