प्रदेश में डिफॉल्टर हुई सहकारी संस्थाओं के माध्यम से भी खाद का वितरण होगा: कमल पटेल


स्टोरी हाइलाइट्स

प्रदेश में खाद वितरण की व्यवस्था का विकेंद्रीकरण किया जा रहा है. इससे डिफॉल्टर हुई सहकारी संस्थाओं के माध्यम ......

प्रदेश में डिफॉल्टर हुई सहकारी संस्थाओं के माध्यम से भी खाद का वितरण होगा: कमल पटेल गणेश पाण्डेय  भोपाल. प्रदेश में खाद वितरण की व्यवस्था का विकेंद्रीकरण किया जा रहा है. इससे डिफॉल्टर हुई सहकारी संस्थाओं के माध्यम से भी डीएपी, यूरिया खाद का वितरण होगा. कृषि मंत्री कमल पटेल ने यह का संकट सरकार को बदनाम करने के लिए है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में खाद पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है, आज भी तीन रैक प्रदेश में आ रही हैं. इनमें से एक ग्वालियर पहुंचेगी. जिससे भिंड, मुरैना के आसपास खाद की पूर्ति सुलभ हो जाएगी.कांग्रेस जानकारी देते हुए मुरैना में खाद के संकट को लेकर लगाए गए कांग्रेस के आरोप पर कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा कि सरकार को बदनाम करने के लिए कृतिम संकट बनाया जा रहा है. जरूरत से ज्यादा खाद की खरीद करवाई जा रही है. उन्होंने कहा कि मुरैना में 5 हजार टन खाद उपलब्ध थी जिसका डबल लॉक सिस्टम से वितरण हो रहा था. यहां कांग्रेस की डिफॉल्टर समितियों ने आकर व्यवस्था बिगाड़ने का काम किया. कमल पटेल ने कहा कि प्रदेश में पर्याप्त खाद का भंडार है, किसानों के लिए कोई कमी नहीं आने दी जाएगी. प्रदेश में 80 प्रतिशत यूरिया सोसाइटी के माध्यम से दिया जा रहा है. प्रदेश में यूरिया वितरण का विकेंद्रीकरण करके डिफॉल्टर संस्थाओं के माध्यम से भी खाद का वितरण होगा. जिससे कहीं भी किसान परेशान न हों.