भारतीयों का दिल अब सीएनजी कारों पर फिदा हो गया है! 2024 के पहले आठ महीनों में सीएनजी ने पेट्रोल, डीजल, हाइब्रिड और इलेक्ट्रिक (ईवी) कारों को इतना पीछे छोड़ दिया कि वे अब ओवरटेकिंग के नियमों को भी भूल गईं।
इस साल सीएनजी कारों की बिक्री में 46% का धमाका हुआ है, जबकि पेट्रोल कारें 4.5% घट गई हैं—लगता है पेट्रोल ने खुद को डाइट पर डाल लिया है! वहीं, डीजल और ईवी की बिक्री थोड़ी बढ़ी है, लेकिन सीएनजी की मिड-वेरिएंट्स की तड़क-भड़क ने सबका ध्यान खींच लिया है। अब तो लोग सीएनजी को अपने निजी चारपहिया के लिए एक नए प्यार की तरह अपना रहे हैं।
जैटो डायनामिक्स के अध्यक्ष रवि भाटिया का कहना है कि दुनिया भर में ईवी की रफ्तार धीमी हो रही है, और भारत ने वैकल्पिक ईंधन का शॉर्टकट खोज लिया है। सीएनजी की सस्ती दरें और practicality ने इसे टैक्सी और छोटे वाणिज्यिक वाहनों में तो खासा लोकप्रिय बना दिया है।
पर हाइब्रिड वाहन भी अपनी दमदार परफॉर्मेंस और कम खर्च की वजह से ग्राहकों का ध्यान खींच रहे हैं। ऐसे में ऑटोमोबाइल कारोबारियों का कहना है कि महंगे पेट्रोल-डीजल ने लोगों को सीएनजी की बाहों में झोंक दिया है। तो भैया, आगे बढ़िए, सीएनजी के साथ सफर का मजा लीजिए।