मध्य प्रदेश के जनजातीय कार्य मंत्री विजय शाह द्वारा कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर दिए गए बयान पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है। मंत्री विजय शाह ने महू के मानपुर में एक कार्यक्रम के दौरान ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी देने वाली कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर विवादित बयान दिया था। सुनवाई के दौरान मंत्री विजय शाह के वकील मनिंदर सिंह ने कहा कि उन्होंने अपने बयान के लिए माफी मांग ली है।
इस संबंध में कोर्ट ने कहा कि माफी स्वीकार नहीं की जाती। मंत्री का आचरण अनुकरणीय होना चाहिए। कोर्ट ने यह भी कहा कि मंत्री ने कोर्ट के आदेश पर माफी मांगी है। आपके बयान से देश में गुस्सा है। अगर इरादा अच्छा होता तो माफी मांगने में कोई शक-शुबहा नहीं होता। कोर्ट ने तीन आईपीएस अफसरों की SIT बनाई है, जो पूरे मामले की जांच करेगी।
कोर्ट ने अपने आदेश में DGP को SIT बनाने का आदेश दिया है। SIT का नेतृत्व IG रैंक का अफसर करेगा और इसमें एक महिला भी शामिल होगी। विजय शाह को जांच में सहयोग करने का निर्देश दिया गया है। हालांकि, उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जाएगा। विजय शाह के बयान के बाद कांग्रेस लगातार उन पर मंत्री पद से हटाने का दबाव बना रही है। उधर, भाजपा की निगाहें अब इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर टिकी हैं।
आपको बता दें, कि मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने मामले का स्वत: संज्ञान लेते हुए मंत्री विजय शाह के खिलाफ FIR दर्ज करने के आदेश दिए थे। कोर्ट के आदेश के बाद मानपुर पुलिस ने मंत्री के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। इधर, विजय शाह ने हाईकोर्ट द्वारा दिए गए FIR आदेश पर रोक लगाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी, लेकिन वहां भी उन्हें फटकार मिली थी। अब इस मामले की सुनवाई मध्य प्रदेश हाईकोर्ट में होनी है।
वहीं मंत्री विजय शाह द्वारा कर्नल सोफिया को लेकर दिए गए बयान को पाकिस्तानी मीडिया ने दुष्प्रचार का जरिया बना लिया है। वहां के मीडिया चैनल इस बयान के जरिए भारत को मुस्लिम विरोधी बता रहे हैं।