भगवान के घर में देर है अंधेर नहीं यह बात किस हद तक सही है?


स्टोरी हाइलाइट्स

भगवान देर तो कर सकता है लेकिन अंधेर नहीं| देर सवेर हमें अपनी मेहनत का फल मिलता ही है| क्या वास्तव में हमें अपनी मेहनत का फल एक ना एक दिन...

भगवान के घर में देर है अंधेर नहीं यह बात किस हद तक सही है?   भगवान देर तो कर सकता है लेकिन अंधेर नहीं| देर सवेर हमें अपनी मेहनत का फल मिलता ही है| क्या वास्तव में हमें अपनी मेहनत का फल एक ना एक दिन मिलता ही है? निश्चित रूप से हम जो भी करते हैं उसका फल हमें मिलना तय है| ये भी पढ़ें..सफलता चाहिए तो बन्धन काट दीजिए हम सक्सेसफुल लोगों को देखें तो पता चलता है कि उन्हें सफलता मिलने में वाकई काफी देर लगी| वो मेहनत करते गए और ईश्वर उनकी परीक्षा लेता गया| यदि उन्हें इस बात में यकीन नहीं होता कि देर सबेर ईश्वर उन्हें उनकी करनी का फल देगा तो वह शायद आधे रास्ते में ही अपने प्रयासों को छोड़ देते| लेकिन उन्होंने मेहनत जारी रखी| उन्होंने परिणाम पर नजर जमाने की बजाय अपनी यात्रा पर फोकस किया| लाइफ में एक ना एक दिन सक्सेस हासिल होती है| बीज को बस आप उर्वरा भूमि में डाल दीजिए पानी और खाद देते रहिए| एक न एक दिन उस बीज में से अंकुरण जरूर टूटेगा| ये भी पढ़ें..सफलता पाने के लिए अपनी सोच को हमेशा पॉजिटिव रखें….भगीरथ पुरोहित  लाइफ में कभी-कभी ऐसी चीजें हो जाती हैं जिनकी हमें उम्मीद नहीं होती| लेकिन ऐसी स्थितियां भी बनती है जब गेम पूरी तरह से चेंज हो जाता है| सालों लग जाते हैं किसी क्षेत्र में मेहनत करते करते लेकिन अचानक भाग्य खुल जाता है और सब कुछ बदल जाता है| एक व्यक्ति बहुत गरीबी में लंबे समय तक रहकर संघर्ष करता हुआ जिंदगी बिताता है लेकिन अपने रास्ते से हटता नहीं और अचानक उसके सामने ऐसी अपॉर्चुनिटी आती है जो उसकी पूरी लाइफ बदल देती है| ये भी पढ़ें.. सफलता के रहस्य ….वॉरेन बफेट