कार्डिएक अरेस्ट vs हार्ट अटैक: जानिए क्या है अंतर ? ज्यादा खतरनाक कौन?


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स्टोरी हाइलाइट्स

कार्डियक अरेस्ट और हार्ट अटैक में क्या अंतर है? ये सवाल काफी अहम है, आज हम इसके बारे में जानेंगे कुछ अहम बात..!

बॉलीवुड अभिनेता सतीश कौशिक का कार्डियक अरेस्ट के कारण निधन हो गया है। कार्डियक अरेस्ट हार्ट अटैक से काफी अलग होता है और इस स्थिति में तुरंत इलाज न मिल पाने की सूरत में व्यक्ति की मौत हो जाती है। कार्डियक अरेस्ट और हार्ट अटैक में क्या अंतर है? ये सवाल काफी अहम है। आज हम इसके बारे में जानेंगे कुछ अहम बात।

पिछले कुछ समय से दिल से जुड़ी बीमारियों से मरने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। जहां पहले लंबी उम्र के बाद दिल की बीमारी के मामले सामने आते थे, लेकिन आजकल इसके मामले युवाओं में भी देखने को मिल रहे हैं।  कोरोना के बाद कार्डियक अरेस्ट के मामलों में भी काफी तेजी देखी जा रही है और युवा भी इसके शिकार हो रहे हैं।

डराने वाली बात ये है कि कार्डियक अरेस्ट में दिल धड़कना बंद कर देता है और तुरंत इलाज न मिलने पर व्यक्ति की मौत हो जाती है। बहुत से लोग हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट के बीच भ्रमित होते हैं लेकिन दोनों में बहुत बड़ा अंतर है। अगर आप भी दोनों में फर्क नहीं कर पा रहे हैं तो लेख में कार्डियक अरेस्ट और हार्ट अटैक में मुख्य अंतर जानें।

कार्डिएक अरेस्ट होने पर क्या होता है?

जब किसी व्यक्ति को कार्डियक अरेस्ट होता है, तो वह बेहोश हो जाता है। इसमें चिंता इस बात की है कि अगर तुरंत इलाज नहीं हुआ तो व्यक्ति की मौत तक हो सकती है।

कार्डिएक अरेस्ट का क्या कारण है?

कार्डियक अरेस्ट के संबंध में सबसे डरावनी बात यह है कि यह किसी को भी कभी भी हो सकता है। कई बार हार्ट अटैक भी इसका कारण बन सकता है। इसके अलावा अगर किसी व्यक्ति के हृदय की मांसपेशियां कमजोर हैं तो यह उसे कार्डियक अरेस्ट का शिकार भी बना सकता है।

ह्रदयाघात या हार्ट अटैक क्या है?

दिल का दौरा कार्डियक अरेस्ट से बहुत अलग होता है और कार्डिएक अरेस्ट से कम खतरनाक होता है। जब मानव हृदय को रक्त की आपूर्ति करने वाली धमनियां बाधित हो जाती हैं या धमनियां 100% अवरुद्ध हो जाती हैं, तो व्यक्ति को दिल का दौरा पड़ता है।

दिल का दौरा पड़ने पर क्या होता है?

दिल का दौरा पड़ने से पहले, एक व्यक्ति को कई प्रकार के लक्षणों का अनुभव हो सकता है। इनमें सीने में दर्द या भारीपन महसूस होना सबसे आम लक्षण है। इसके अलावा सांस लेने में दिक्कत, पसीना आना या उल्टी होना भी इसके सामान्य लक्षण हैं। ये लक्षण तुरंत या कुछ घंटों के बाद भी दिखाई देते हैं।

दिल का दौरा पड़ने का कारण क्या है?

आपकी खराब जीवनशैली हार्ट अटैक का कारण बन सकती है। अगर आपकी जीवनशैली सही नहीं है, तो आप खुद को ऐसी गंभीर स्थिति की ओर ले जाते हैं। आजकल लोगों का गलत खान-पान या ठीक से नींद न लेना या व्यायाम न करना हार्ट अटैक का आम कारण हो सकता है।

कार्डिएक अरेस्ट और हार्ट अटैक से बचने के उपाय

कार्डियक अरेस्ट से बचाव के लिए कई तरीके अपनाए जा सकते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि दिल की सही देखभाल करने से दिल से जुड़ी बीमारियों से बचा जा सकता है। इसके लिए अपनी जीवनशैली को स्वस्थ रखें, उचित आहार लें, प्रतिदिन व्यायाम करें, अपने वजन पर नियंत्रण रखें, तनाव से बचें, धूम्रपान-शराब न करें, समय-समय पर डॉक्टर से सलाह लें।

अगर किसी को कोरोनरी आर्टरी डिजीज या दिल से जुड़ी कोई अन्य बीमारी है, तो नियमित जांच करवाएं। अगर किसी को कार्डियक अरेस्ट हुआ है, तो दूसरे कार्डियक अरेस्ट के जोखिम को कम करने के लिए घर पर इम्प्लांटेबल कार्डियोवर्टर डिफिब्रिलेटर रखें।