साइबर हमले से बचने के लिए बीमा कवर जरूर लें | खुद को ऐसे बचाएं साइबर धोखाधड़ी से?


स्टोरी हाइलाइट्स

साइबर हमले से बचने के लिए बीमा कवर जरूर लें| खुद को ऐसे बचाएं साइबर धोखाधड़ी से| हम सब लोग इंटरनेट पर डिपेंडेंट है| साइबर धोखाधड़ी..Cyber fraud

साइबर हमले से बचने के लिए बीमा कवर जरूर लें| खुद को ऐसे बचाएं साइबर धोखाधड़ी से? साइबर हमले से बचने के लिए बीमा कवर जरूर लें। खुद को ऐसे बचाएं साइबर धोखाधड़ी से। हम सब लोग इंटरनेट पर डिपेंडेंट है| किसी न किसी रूप में हमें मोबाइल ऐप की जरूरत होती है। और हम उस ऐप को डाउनलोड करते हैं। इंटरनेट से मानव की लाइफ इतनी ज्यादा कनेक्ट हो चुकी है कि अब उससे डिस्कनेक्ट होना मुश्किल है। अब यह बात बेमानी है कि हम मोबाइल इंटरनेट के बिना रह सकते हैं। इसलिए बेहतर यह होगा कि हम मोबाइल को अच्छे ढंग से यूज करें और इंटरनेट के इस्तेमाल के साथ इस बात का ख्याल रखें कि इसके जरिए हम किसी तरह की धोखाधड़ी का शिकार ना हो। बैंकिंग डिटेल हैकिंग, ऑनलाइन हैकिंग, मालवेयर  अटैक  सहित सभी तरह के ऑनलाइन जोखिम से बचना होगा।  ऑनलाइन फ्रॉड के मामले तेजी से बढ़े हैं और जब भी फ्रॉड की कहीं कोई संभावना होती है तो धोखेबाज सक्रिय हो जाते हैं। इसलिए घर और ऑफिस में साइबर सिक्योरिटी को सख्त करना आज की जरूरत है। हमें यदि अपने पर्सनल डिवाइस पर डाटा को सेव रखना है, ऑनलाइन एक्टिविटी को फ्रॉड से बचाना है तो हमें सिक्योरिटी टूल्स इस्तेमाल करने पड़ेंगे। ऐसे सिक्योरिटी टूल्स होते हैं जो मालवेयर रैंसमवेयर या साइबर क्राइम का पता लगा सके। क्या है साइबर प्लेटफॉर्म्स ? पाकिस्तान क्यों लगातार कश्मीरी युवाओं को कर रहा टारगेट घर के नेटवर्क में हम फायर बॉल और एंक्रिप्शन का उपयोग कर सकते हैं। फायर बॉल डिवाइस एप्लीकेशन को साइबर हमले से बचाने का काम करती है। कोई भी वेबसाइट जो हमारे नेटवर्क में सेंध लगाने की कोशिश करती है उसका पता लगाकर उसे रोकने का काम फायर बॉल और इंक्रिप्शन करती है। पब्लिक वाईफाई से जुड़ना भी स्मार्टफोन और आपके लिए मुसीबत का सबब बन सकता है।हमें साइबर अपराधियों से बचने के लिए सावधानी के साथ ब्राउज़र करना होगा। साइबर अपराधी ईमेल के जरिए फिशिंग हमले करते हैं। हमें ऐसे ईमेल असली लगते हैं। लेकिन वास्तव में वह फेक होते हैं। इनसे बचने का सबसे बेहतर तरीका यह है कि जो भी ईमेल अननोन सोर्स से आए उन्हें क्लिक न करें। अचानक खुलने वाली पॉप अप विंडो में दी गई लिंक को क्लिक न करें। [embed]https://youtu.be/DjamwI9vZ14[/embed] हम मोबाइल इस्तेमाल करते हैं लेकिन इतनी तेजी से करते हैं कि कई बार गलत लिंक को क्लिक कर देते हैं। इसलिए मोबाइल के इस्तेमाल के वक्त बहुत धीमे-धीमे उंगलियों का उपयोग करें। इससे गलती की संभावना कम होगी। वेबसाइट पर हमें अपना ईमेल रजिस्टर करने से बचना होगा। कोई वेबसाइट सही है या नहीं है यदि वेबसाइट के आगे https:// लगा है तब यह वेबसाइट सही है। हमें अपने पासवर्ड को लगातार चेंज करते रहना होगा| क्या ऑनलाइन साइबर सिक्‍योरिटी कोर्स आईआईटी में उपलब्ध है ? आइए जाने | अपने पासवर्ड को लेकर यह सेफ्टी जरूर रखें। हमारे पासवर्ड में  हमारे मोबाइल नंबर, हमारे बर्थडे, हमारे नाम से जुड़े हुए नहीं होने चाहिए। हमारे पासवर्ड में नंबर्स को सीक्वेंस में यूज नहीं होना चाहिए। हमारे पासवर्ड में हमारे मोबाइल नंबर बर्थडे का कोई स्थान नहीं होना चाहिए। हमारे पासवर्ड में हमारे घर के सदस्य का या घर के किसी अन्य सदस्य के मोबाइल नंबर का उपयोग नहीं होना चाहिए। पासवर्ड में अल्फान्यूमैरिक के साथ स्पेशल करैक्टर का इस्तेमाल जरूर करें। अलग-अलग अकाउंट पर एक ही पासवर्ड का इस्तेमाल ना करें। एक वेबसाइट का पासवर्ड लीक हो गया है तो दूसरे अकाउंट पर सेंड लगाई जा सकती है। किसी दूसरे को कभी भी पासवर्ड ना दें या क्रेडिट कार्ड भी किसी दूसरे को ना दें। सेफ्टी के तमाम उपाय करने के बाद भी हैकर साइबर क्राइम के नए-नए तरीके अपना रहे हैं| ऐसे में हमें साइबर इंश्योरेंस बीमा कवर लेना चाहिए| कंप्रिहेंसिव इंश्योरेंस कवर अलग-अलग तरह के साइबर टीम के खिलाफ हमें सुरक्षा देता है|यह हमें मालवेयर अटैक, आईडेंटिटी की चोरी से नुकसान, साइबर  एक्सटॉर्शन आदि में खबर देता है| खबरदार: ऑनलाइन घोटालों से बचने के लिए, कभी भी इन चीजों को गूगल पर ना करे सर्च… हमें स्पूफिंग और  फिशिंग से होने वाले  नुकसान में भी सुरक्षा मुहैया कराता है| हमें अपने नुकसान के मामले में कानूनी खर्च डाटा या कंप्यूटर प्रोग्राम इंस्टॉल कराने के खर्च पर भी बीमा कवर मिल सकता है| तो इस तरह से हम ऑनलाइन फ्रॉड से बस सकते हैं और बीमा कवर लेकर अपने नुकसान को कम कर सकते हैं| खुद को ऐसे बचाएं साइबर धोखाधड़ी से| हम सब लोग इंटरनेट पर डिपेंडेंट है| किसी न किसी रूप में हमें मोबाइल ऐप की जरूरत होती है| और हम उस ऐप को डाउनलोड करते हैं। इंटरनेट से मानव की लाइफ इतनी ज्यादा कनेक्ट हो चुकी है कि अब उससे डिस्कनेक्ट होना मुश्किल है| अब यह बात बेमानी है कि हम मोबाइल इंटरनेट के बिना रह सकते हैं। इसलिए बेहतर यह होगा कि हम मोबाइल को अच्छे ढंग से यूज करें और इंटरनेट के इस्तेमाल के साथ इस बात का ख्याल रखें कि इसके जरिए हम किसी तरह की धोखाधड़ी का शिकार ना हो| बैंकिंग डिटेल हैकिंग, ऑनलाइन हैकिंग, मालवेयर  अटैक  सहित सभी तरह के ऑनलाइन जोखिम से बचना होगा।  ऑनलाइन फ्रॉड के मामले तेजी से बढ़े हैं और जब भी फ्रॉड की कहीं कोई संभावना होती है तो धोखेबाज सक्रिय हो जाते हैं| इसलिए घर और ऑफिस में साइबर सिक्योरिटी को सख्त करना आज की जरूरत है।  हमें यदि अपने पर्सनल डिवाइस पर डाटा को सेव रखना है, ऑनलाइन एक्टिविटी को फ्रॉड से बचाना है तो हमें सिक्योरिटी टूल्स इस्तेमाल करने पड़ेंगे| चाइल्ड पोर्न देखना भी है अपराध, बच्चों को फंसने से ऐसे बचाएं| ऐसे सिक्योरिटी टूल्स होते हैं जो मालवेयर रैंसमवेयर या साइबर क्राइम का पता लगा सके| घर के नेटवर्क में हम फायर बॉल और एंक्रिप्शन का उपयोग कर सकते हैं| फायर बॉल डिवाइस एप्लीकेशन को साइबर हमले से बचाने का काम करती है| कोई भी वेबसाइट जो हमारे नेटवर्क में सेंध लगाने की कोशिश करती है उसका पता लगाकर उसे रोकने का काम फायर बॉल और इंक्रिप्शन करती है| पब्लिक वाईफाई से जुड़ना भी स्मार्टफोन और आपके लिए मुसीबत का सबब बन सकता है| हमें साइबर अपराधियों से बचने के लिए सावधानी के साथ ब्राउज़र करना होगा| साइबर अपराधी ईमेल के जरिए फिशिंग हमले करते हैं| हमें ऐसे ईमेल असली लगते हैं| लेकिन वास्तव में वह फेक होते हैं| इनसे बचने का सबसे बेहतर तरीका यह है कि जो भी ईमेल अननोन सोर्स से आए उन्हें क्लिक न करें| अचानक खुलने वाली पॉप अप विंडो में दी गई लिंक को क्लिक न करें| हम मोबाइल इस्तेमाल करते हैं लेकिन इतनी तेजी से करते हैं कि कई बार गलत लिंक को क्लिक कर देते हैं| इसलिए मोबाइल के इस्तेमाल के वक्त बहुत धीमे-धीमे उंगलियों का उपयोग करें| इससे गलती की संभावना कम होगी| वेबसाइट पर हमें अपना ईमेल रजिस्टर करने से बचना होगा| कोई वेबसाइट सही है या नहीं है यदि वेबसाइट के आगे https:// लगा है तब यह वेबसाइट सही है| हमें अपने पासवर्ड को लगातार चेंज करते रहना होगा|  अपने पासवर्ड को लेकर यह सेफ्टी जरूर रखें| हमारे पासवर्ड में  हमारे मोबाइल नंबर, हमारे बर्थडे, हमारे नाम से जुड़े हुए नहीं होने चाहिए| हमारे पासवर्ड में नंबर्स को सीक्वेंस में यूज नहीं होना चाहिए| हमारे पासवर्ड में हमारे मोबाइल नंबर बर्थडे का कोई स्थान नहीं होना चाहिए| हमारे पासवर्ड में हमारे घर के सदस्य का या घर के किसी अन्य सदस्य के मोबाइल नंबर का उपयोग नहीं होना चाहिए| पासवर्ड में अल्फान्यूमैरिक के साथ स्पेशल करैक्टर का इस्तेमाल जरूर करें| अलग-अलग अकाउंट पर एक ही पासवर्ड का इस्तेमाल ना करें| एक वेबसाइट का पासवर्ड लीक हो गया है तो दूसरे अकाउंट पर  सेंड लगाई जा सकती है| किसी दूसरे को कभी भी पासवर्ड ना दें या क्रेडिट कार्ड भी किसी दूसरे को ना दें| अपना कंप्यूटर हैक होने से कैसे बचाएं? सेफ्टी के तमाम उपाय करने के बाद भी हैकर साइबर क्राइम के नए-नए तरीके अपना रहे हैं| ऐसे में हमें साइबर इंश्योरेंस बीमा कवर लेना चाहिए| कंप्रिहेंसिव इंश्योरेंस कवर अलग-अलग तरह के साइबर टीम के खिलाफ हमें सुरक्षा देता है|यह हमें मालवेयर अटैक, आईडेंटिटी की चोरी से नुकसान, साइबर  एक्सटॉर्शन आदि में खबर देता है| हमें स्पूफिंग और  फिशिंग से होने वाले  नुकसान में भी सुरक्षा मुहैया कराता है| हमें अपने नुकसान के मामले में कानूनी खर्च डाटा या कंप्यूटर प्रोग्राम इंस्टॉल कराने के खर्च पर भी बीमा कवर मिल सकता है| तो इस तरह से हम ऑनलाइन फ्रॉड से बस सकते हैं और बीमा कवर लेकर अपने नुकसान को कम कर सकते हैं|