होलिका दहन पर भद्रा का साया, रात 11 बजे के बाद जलेगी होली


स्टोरी हाइलाइट्स

प्रदोष काल में भद्रा रहे तो भी पूजा कर सकते हैं, लेकिन होलिका दहन भद्रा दोष खत्म होने के बाद करना चाहिए

देश भर ने आज होलिका दहन होगा। इसके साथ ही होलिकाष्टक का समापन हो जायेगा। होलिका दहन पर आज भद्रा का साया है। शाम भद्रा होने के कारण रात 11 बजे बाद होलिका दहन होगा। इसके लिए शुभ मुहूर्त रात 11 बजे से शुरू होगा।

हालांकि भद्रा काल में होली की पूजा जरूर की जा सकती है। जिसके लिए शाम को प्रदोष काल में यानी सूर्यास्त के बाद शुभ मुहूर्त रहेगा। सूर्यास्त के बाद अगले ढाई घंटे तक यानी प्रदोष काल में भद्रा रहे तो भी पूजा कर सकते हैं, लेकिन होलिका दहन भद्रा दोष खत्म होने के बाद करना चाहिए।

पुराणों के अनुसार भद्रा सूर्य की पुत्री और शनि देव की बहन हैं। भद्रा क्रोधी स्वभाव की मानी गई हैं। मान्यता है कि भद्रा तीनों लोक में भ्रमण करती हैं, जब मृत्यु लोक में होती हैं, तो अनिष्ट करती हैं। भद्रा काल में किसी भी प्रकार के मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं.

हिंदू पंचांग के अनुसार, आज होलिका दहन के लिए लोगों के पास केवल 1 घंटा 20 मिनट का समय रहेगा। आज के दिन भद्रा की पूंछ शाम 06:33 बजे से शाम 07:53 बजे तक है, वहीं भद्रा का मुख शाम 07:53 बजे से रात 10:06 बजे तक है।  होलिका दहन का शुभ मुहूर्त 24 मार्च को रात 11:13 बजे से रात 12:27 बजे तक रहेगा।