अनटोल्ड स्टोरी ऑफ़ “ब्राह्मणाबाद” : पाकिस्तान का एक शहर जो ब्राह्मणों ने बसाया था.. मुजम्मिल फिरोजी की रिपोर्ट


स्टोरी हाइलाइट्स

अनटोल्ड स्टोरी ऑफ़ “ब्राह्मणाबाद” : पाकिस्तान का एक शहर जो ब्राह्मणों ने बसाया था| untold-story-of-brahmanabad-a-city-in-pakistan-which-was-settled-by-brahmins

अनटोल्ड स्टोरी ऑफ़ “ब्राह्मणाबाद” : पाकिस्तान का एक शहर जो ब्राह्मणों ने बसाया था| न्यूज़ पुराण में आज हम बता रहे हैं पाकिस्तान के एक ऐसे शहर के बारे में जिसे ब्राह्मणों ने बसाया था| सिंध के मध्य में इस शहर के अवशेष मिलते हैं| इतिहास में इसका जिक्र मिलता है| एक खोज में यहां पर तीसरी शताब्दी की आबादी के सबूत मिलते हैं| https://youtu.be/glu2Wm5B4kY कराची से लाहौर के बीच ब्राह्मणाबाद  के निशान मिलते हैं| यहां पर एक स्तूप भी मौजूद है जिससे बौद्ध स्तूप कहा जाता है| यह शहर नदी के बीच एक द्वीप पर बसा हुआ था| अट्ठारह सौ चौवन (1854) में इस स्थल की खुदाई शुरू हुई थी| पाकिस्तान के गठन के बाद  1962 में  इसकी खुदाई की गई, लेकिन इसके बारे में आज तक कोई रिपोर्ट प्रकाशित नहीं की गई| पाकिस्तान के 20 शिक्षकों और छात्रों का ग्रुप ब्राह्मणाबाद के पुरातत्व स्थलों पर रिसर्च कर रहा है| मोहम्मद बिन कासिम ने बगदाद के शासक हजाज़ बिन यूसुफ के आदेश पर 712 में सिंध पर आक्रमण किया था| इस समय यहां  राजा दाहिर का शासन था| सिंध में ही ब्राह्मणवाद मौजूद है| यहां एक मस्जिद के सबूत मिलते हैं लेकिन मस्जिद के नीचे हिंदू आबादी के सबूत मिले हैं|खुदाई में मिले अवशेषों से पता चलता है कि यहां पर पूर्व इस्लामिक काल भी मौजूद था मोहम्मद बिन कासिम ने इस शहर को जीता था लेकिन यहां पर इससे पहले भी लोग बसे हुए थे| खुदाई में कीमती पत्थर और गहने मिले हैं| पाकिस्तान की स्थापना से पहले इन सिक्कों और कलाकृतियों को ब्रिटिश संग्रहालय और मुंबई भेजा गया था| यहां पर कई प्रकार की कीमती पत्थर मिलते हैं इससे पता चलता है कि यहां एक बड़ा उद्योग मौजूद था इसके अलावा हाथी दांत के गहने, सेल और सिक्के भी पाए जाते हैं| यहां जमीन के नीचे पानी का एक विस्तृत सिस्टम भी मिलता है| यह चार दरवाजे वाला शहर था| ब्राह्मणाबाद  तत्कालीन  हिंदू राजाओं के शासनकाल के दौरान 7 बड़े किले वाले शहरों में से एक था| यहां पर ब्राह्मण राजा “चच”  का शासन था | चच के पुत्र राजा दाहिर जब यहां के शासक बने तब मोहम्मद बिन कासिम ने यहां पर आक्रमण कर दिया था| मुहम्मद बिन क़ासिम एक अरब सेनापति था। उसे ईराक के प्रान्तपति अल हज्जाज ने सिन्ध के शासक दाहिर को दण्ड देने के लिए भेजा था। क़ासिम को सिन्ध भेजने का कारण यह था कि समुद्री लुटेरे अल हज्जाज के जहाज़ों को जिस क्षेत्र में लूट रहे थे, वह क्षेत्र राजा दाहिर के राज्य में आता था। राजा दाहिर ने इस बात से साफ़ इंकार किया कि लुटेरों से उसके राज्य का कोई सम्बन्ध नहीं है। चच (लगभग 610-671 ईसवी) सातवीं शताब्दी के मध्य में सिंध पर राज करने वाला एक ब्राम्हण वंश का शाशक था। यह शहर ज्योतिष विज्ञान में काफी अग्रणी था, ब्राह्मण राजा होने के बावजूद चच  ने यहां पर बौद्ध धर्म स्थल को बनवाया था| बताया जाता है कि यहां पर बहुत सारा खजाना दफन किया गया था| मोहम्मद बिन कासिम के आक्रमण के समय यहां के राजा ने इस पूरे क्षेत्र को तबाह कर दिया था ताकि इस्लामी सेना को रसद और घास ना मिल सके| बाद में ब्राह्मणवाद को मंसूरा कहा जाने लगा| Brahmanabad, Hyderabad District, Sindh यह 1 किलोमीटर लंबा और 2 किलोमीटर चौड़ा शहर था जिसके चारों तरफ नदी और कई दरवाजे थे| ब्राह्मणवाद पर महमूद गजनबी ने भी हमला किया था सोमनाथ मंदिर पर हमले के बाद महमूद गजनबी ने मंसूरा पर हमला किया था, तब यहां पर खरीफ सुमरू रुका शासन था| https://youtu.be/hmTTZbV55gw खरीफ सुमरू महमूद गजनबी के हमले से पहले ही भाग गया| यहां लूटपाट के संकेत भी मिलते हैं|  सोमनाथ पर हमले के बाद महमूद गजनबी मंसूरा आया और यहां पर हमले के बाद मुल्तान पर उसने हमला किया| कुछ इतिहासकार कहते हैं कि भूकंप की वजह से यह शहर तबाह हो गया था| हालांकि कुछ इससे इत्तेफाक नहीं रखते| कुछ कहते हैं कि सिंधु नदी के रुख बदलने के कारण यह शहर बर्बाद हो गया|