Health Tips: खाने के बाद खांसी या उल्टी होने पर ये आसान से उपाय समस्या का समाधान कर देंगे..


स्टोरी हाइलाइट्स

अगर कोई इंसान खांसी और उल्टी की बीमारी से ग्रषित है तो यह गलत जीवनशैली के कारण हो  सकता है। साथ ही इस बीमारी से कई तरह की...

Health Tips: खाने के बाद खांसी या उल्टी होने पर ये आसान से उपाय समस्या का समाधान कर देंगे..   अगर कोई इंसान खांसी और उल्टी की बीमारी से ग्रषित है तो यह गलत जीवनशैली के कारण हो  सकता है। साथ ही इस बीमारी से कई तरह की शारीरिक समस्याएं भी हो सकती हैं। गर्भावस्था के समय महिलाएं इससे सबसे अधिक पीड़ित होती हैं। कुछ महिलाएं इस अवस्था में उल्टी का अनुभव करती है। इस बीमारी में पित्त, कफ और वात इंसान के शरीर में संतुलन बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।      आप जो भी खाना ले उसे बारीक करके ही खाए। ऐसा न करने पर पेट में गैस की समस्या हो सकती है। कुछ लोग भोजन को चबाने के बजाय निगल जाते हैं, इसलिए उसमें लार नहीं होती है। इससे पाचन प्रक्रिया ठीक से नहीं हो पाती है। इससे गैस और एसिडिटी की बीमारी हो सकती है। इसलिए समय पर नाश्ता या दोपहर का भोजन करना जरूरी है।   इसके अलावा, यदि पित्त बढ़ जाता है तो इंसान को आंखों में जलन और चक्कर आने का अनुभव हो सकता है। ज्यादा खांसने से उल्टी, अत्यधिक नींद और पेट भरा हुआ महसूस हो सकता है। आप घरेलू नुस्खों की मदद से भी उल्टी से छुटकारा पा सकते हैं। आपको खाने के बाद जी मिचलाने या उल्टी होने पर क्या करना चाहिए। आइए जानते है..    प्याज का रस   प्याज के रस में पानी, कैलोरी, प्रोटीन, वसा, असंतृप्त, मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड आदि तत्व मोजूद होते हैं। अगर खाने के बाद उल्टी आती है तो प्याज के रस में सीताफल का रस मिलाकर सेवन करें। ऐसा करने से जी मिचलाने की बीमारी दूर हो जाएगी। साथ ही प्याज का रस मिलाकर इसका सेवन करने से उल्टी बंद हो जाती है। इस मिश्रण का उपयोग दिन में एक बार जरूर करना चाहिए।   लौंग का प्रयोग   लौंग में सोडियम, पोटेशियम, विटामिन सी, विटामिन बी, विटामिन ए, फोलेट, नियासिन, मैग्नीशियम, आयरन, ग्लूकोज जैसे पोषक तत्व मोजूद होते हैं। जी मिचलाने की स्थिति में दो लौंग चबाने से आराम मिलता है। लौंग के अलावा दालचीनी का एक टुकड़ा चबाना भी फायदेमंद हो सकता है।   जीरा   जीरा पेट की समस्याओं के लिए और पाचन तंत्र के स्वास्थ्य के लिए एक बेहतरीन प्रयोग है। जीरे के प्रयोग से भी जी मिचलाना या उल्टी में आराम मिलता है। ऐसे में जीरे के पाउडर को पानी में मिलाकर खाना - खाने के बाद पी लें। अगर आपके पास जीरा है, तो उसे भूनकर पाउडर बना लें. ताकि इसे रोजाना उपयोग किया जा सके।   तुलसी   तुलसी को शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने वाला तत्व भी माना जाता है। तुलसी में कई उपचार गुण होते हैं। जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी प्लेटलेट्स को बढ़ाने में मदद करता है। शरीर की थकान दूर करने के लिए भी तुलसी उपयोगी है। अपच को दूर करने के लिए आप तुलसी के पत्तों के साथ शहद का सेवन दिन में एक या दो बार कर सकते हैं।   काली मिर्च   अगर आप खांसी, जुकाम, अपच से खुद को बचाना चाहते हैं और अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाना चाहते हैं तो रोजाना एक चम्मच शहद और काली मिर्च का सेवन करें। अगर आपको एसिडिटी या अन्य बीमारियों से एलर्जी है, तो उपाय करने से पहले किसी विशेषज्ञ से सलाह अवस्य लें।   अदरक   औषधीय गुणों से भरपूर अदरक सेहत के लिए काफी फायदेमंद मानी जाती है। यह पेट से संबंधित समस्याओं को कम करने के साथ-साथ पाचन क्रिया को बेहतर बनाने में मदद करती है।