कोरोना के बढ़ते प्रकोप से चिंतित प्रदेश के ग्रामीणजन भी सक्रिय हैं| ये लोग खुद सजग होकर कोरोना कर्फ्यू लगा रहे हैं|
ये तस्वीर है बैतूल के पास का गाँव आरुल की ।शहर के लोगों का गाँव में आना बन्द नहीं हो रहा था । यहाँ एकल विद्यालय चलाने वाली श्रीमती प्रेमिका कुमरे ने ग्राम के संयोजक मण्डल व महिलाओं से चर्चा की और कोरोना कर्फ्यू लगाकर बाहरी लोगों का प्रवेश निषेध कर दिया।
गावों में कोरोना जागरूकता अभियान का असर देखने मिल रहा है| लोग खुद नियमों का पालन करते दिख रहे हैं|
जो जहाँ है वहीं अपने सामर्थ्य अनुसार अपने क्षेत्र को महामारी से बचायें ।
नगरिय व सड़क किनारे के ग्रामों में महामारी तेजी से पैर पसार रही है । अतः नगरीय व सड़क के आसपास के ग्रामीणों को सतर्क होना होगा । विद्या भारती समेत कई सामजिक जागरूक संगठनों के कार्यकर्ता अनेक ग्रामों में कंटेन्मेंट झोन, होम कोरेण्टाइन में स्थानीय प्रशासन की सहायता कर रहे हैं ।
सबसे पहले अपने गाँव और परिवार को कोरोना महामारी से सुरक्षित कीजिये । इसी संदेश के साथ ये जागरूकता जन जन तक पहुंच रही है|