मध्यप्रदेश केबिनेट : मुख्यमंत्री ने इस बात पर माना आभार : क्यों बढ़ी सियासी सरगर्मी


स्टोरी हाइलाइट्स

मप्र में भाजपा नेताओं की बैठकों मुलाकातों और दिल्ली में चल रही हलचलों के बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज अपने ......मध्यप्रदेश केबिनेट

मध्यप्रदेश केबिनेट : मुख्यमंत्री ने इस बात पर माना आभार : क्यों बढ़ी सियासी सरगर्मी
मप्र में भाजपा नेताओं की बैठकों मुलाकातों और दिल्ली में चल रही हलचलों के बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज अपने मंत्रियों के साथ कैबिनेट बैठक में एजेंडे पर चर्चा से पहले बात की। इस दौरान टीकाकरण नयी नीति व गरीबों को निशुल्क राशन वितरण पर पीएम नरेंद्र मोदी का आभार जताया।
[embed]https://twitter.com/ChouhanShivraj/status/1401888052729942023?s=20[/embed]
 उन्होंने मूंग की समर्थन मूल्य पर खरीदी के संबंध में भी जानकारी दी मंत्री परिषद के सदस्यों को मूंग की समर्थन मूल्य पर खरीदी के संबंध में जानकारी दी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जूडॉ द्वारा हड़ताल वापस लिया जाना भी संतोष की बात है। यह एक सार्थक कदम है।तथा जूनियर डॉक्टरों द्वारा हडताल वापस लिया जाने पर संतोष जताते हुए कहा कि यह एक सार्थक कदम है। चौहान ने प्रदेश में बाद में शाम को शिवराज द्वारा कई कोविड पर नियंत्रण के लिए क्राइसिस मैनेजमेंट कमिटी जनप्रतिनिधियों विधायकों सांसदों ने 'शक्तिप्रदर्शन' से जोड़कर सनसनी द्वारा किए गए निरंतर प्रयासों के लिए भी आभार मानते हुए प्रदेशवासियों को भी क्रेडिट दिया, उनका कहना था कि लोगों का धैर्य भी प्रशंसनीय है।

मध्यप्रदेश में कोविड 19 की स्थिति (शाम 6 बजे तक) 7 जून को कुल स्वस्थ्य मरीज : 1,782 7 जून को पॉजीटिव केस : 571 कुल ऐक्टिव केस : 8,860 कुल कोविड केस : 7,85,767 कुल स्वस्थ हुए मरीज : 7,68,538

CM : प्रदेश में मूंग की खरीदी 15 जून से प्रारंभ होगी और इसके लिए हमारे किसान भाई-बहन 8 जून से पंजीयन करा सकेंगे। हमने चने की खरीदी की अंतिम तिथि को भी बढ़ाकर 15 जून कर दिया है। प्रदेश के किसानों का हित एवं कल्याण ही मेरे जीवन का ध्येय है।

ये संकट का समय है ऐसे में खरीदी करना हिम्मत का काम है। हमने किसानों के हित में त्वरित फैसला लिया, मूंग खरीदी का। सरकार का मूल उद्देश्य है किसान को लाभकारी मूल्य दिलाना। आप सबसे अपील है आपका सहयोग चाहिए,90 दिन तक खरीदी जारी रह सकती है अगर जरूरत पड़ी तो:सीएम



मप्र में भाजपा नेताओं की मेल-मुलाकातो के बाद शुरू हुई राजनीतिक घमासान की आशंकाएं राजनीतिक ही नहीं बल्कि प्रशासनिक क्षेत्र में भी सरगर्मी घोल रही हैं।

उधर सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जल्द दिल्ली जा सकते हैं। हालांकि रविवार को उनके दिल्ली पहुंचने दिल्ली में पार्टी महासचिवों की बैठक को लेकर भी काफी उत्सुकता रही। इसी दौरान काबीना मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने शिवराज के ही मुख्यमंत्री बने रहने की बात कहकर तूफान शांत करने की कोशिश की। लेकिन विधायकों के साथ पीएम मोदी का भाषण देखने पर फिर चर्चा चल पड़ी। उल्लेखनीय है कि भोपाल में हाल के दिनों में कैलाश विजयवर्गीय, नरोत्तम मिश्रा, वीडी शर्मा, प्रहलाद पटेल आदि नेताओं के बीच अलग अलग मुलाकातें हुई हैं।

सिंधिया के आने से पहले वीडी, तोमर पवैया सक्रिय

उधर कल से दो दिनों तक भोपाल, ग्वालियर, इंदौर में ज्योतिरादित्य सिंधिया के दौरे से पहले भाजपा में हलचल है। इनमें जयभान सिंह पवैया व नरेंद्र सिंह तोमर के बीच मुलाकात को अहम माना जा रहा है। पवैया कई बार परोक्ष अपरोक्ष तरीके से सिंधिया पर निशाना साधते रहे हैं। उधर कल ही वीडी शर्मा ने टीकमगढ विधायक राकेश गिरी को बुलाकर उनके सिंधिया विरोधी बयानों को लेकर नसीहतें दी हैं। सूत्रों का कहना है कि सिंधिया भाजपा सत्ता व संगठन में अपने समर्थक नेताओं की हिस्सेदारी को लेकर शर्मा व शिवराज से बात कर सकते हैं। वे कुछ नेताओं को निगम मंडल में पद दिलाने की कोशिश में भी हैं।

Latest Hindi News के लिए जुड़े रहिये News Puran से.