भोपाल: मध्यप्रदेश में रेमडेसीवीर इंजेक्शन की किल्लत को दूर करने सरकार ने कोशिशें तेज़ की हैं। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि केंद्र के सहयोग से मिली 450 मीट्रिक टन ऑक्सीजन मिल गयी है। गुजरात आईनेक्स से 120 मीट्रिक टन और भिलाई व अन्य स्थानों से 450 मीट्रिक टन ऑक्सीजन प्राप्त हुुुई है।
शिवराज ने क्या कहा?
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश को ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए केंद्र सरकार का आभार माना है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि केन्द्रीय उद्योग मंत्री पीयूष गोयल एवं इस्पात मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से प्रदेश को ऑक्सीजन आपूर्ति का आग्रह किया गया था। उनके प्रयासों से प्रदेश को भिलाई, राउरकेला और देवरी से लगभग 450 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आपूर्ति पर सहमति हुई। इस सहयोग के लिए मुख्यमंत्री चौहान ने मंत्रीगण का आभार माना है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि ऑक्सीजन के परिवहन के लिए युद्ध स्तर पर व्यवस्थाएँ की जा रही हैं, जिसमें निजी क्षेत्र का सहयोग भी लिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए लगातार प्रयास जारी हैं। बुधवार की शाम को 10 हजार इंजेक्शन प्राप्त हुए। निजी अस्पताल अपने स्त्रोतों से इंजेक्शन मंगवा रहे हैं। राज्य शासन द्वारा 50 हजार इंजेक्शनों का आर्डर दिया जा चुका है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि उन्होंने स्वयं तीन कम्पनियों से चर्चा की है, सभी से सकारात्मक उत्तर मिले हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में लगातार बिस्तरों की संख्या बढ़ रही है। भोपाल एम्स में मल्टीकेयर हॉस्पिटल के रूप में व्यवस्था की जा रही है। इसे कोविड के लिए चिन्हित कर यहाँ उपलब्ध बिस्तर तथा आगामी दिनों में खाली होने वाले बिस्तर कोविड के लिए रखे जाएंगे। इसके साथ ही प्रशासन अकादमी में नर्मदा अस्पताल के सहयोग से 150 बिस्तर का कोविड केयर सेंटर विकसित किया जा रहा है। रेडक्रास हॉस्पिटल भोपाल में भी कोविड केयर सेंटर बनाया जा रहा है। इंदौर में राधा स्वामी सत्संग न्यास के सहयोग से 500 बिस्तर का कोविड केयर सेंटर बनाया जा रहा है। शीघ्र ही यहाँ 2 हजार बिस्तरों की व्यवस्था होगी। जबलपुर, ग्वालियर और अन्य शहरों में भी निजी क्षेत्र के सहयोग से बिस्तरों के बढ़ाने के प्रयास जारी हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि 49 जिलों में कोविड केयर सेंटर बनाये जा चुके हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण का सामना करने के लिए सभी दिशाओं में युद्ध स्तर पर कार्रवाई जारी है। संक्रमण की चेन तोड़ना जरूरी है। इसके लिए जिलों में आपदा प्रबंधन समूह कोरोना कर्फ्यू लगाने का निर्णय ले रहे हैं। जनता अपनी मर्जी से संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए आगे आ रही है, यह जागरूकता का परिणाम है। चौहान ने जन-सामान्य से अपील की है कि वे अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलें। किसान भाई एसएमएस प्राप्त होने पर ही उपज के उपार्जन के लिए जाएँ। हम आत्मानुशासन, स्वयं के संकल्प, दृढ़ इच्छा, संयम, धैर्य और उत्साह से इस युद्ध में विजय प्राप्त करेंगे।
प्रमुख बिंदु:
अब आक्सीजन परिवहन की युद्ध स्तरीय व्यवस्था में जुटे
भोपाल एम्स बनेगा मल्टी केयर अस्पताल, एम्स के खाली बिस्तर केवल कोविड पेशेंट के लिए
बिस्तर संख्या बढ़ेगी, पहले से भर्ती मरीजों का होगा इलाज
रेमडेसिविर इंजेक्शन सप्लाई के लिए सीएम की कंपनियों से चर्चा
50 हजार रेमडेसिविर इंजेक्शन सप्लाई का दिया है आर्डर
प्रायवेट अस्पताल अपने स्त्रोतों से भी मंगवाएं इजेक्शन
सीएम शिवराज सिंह की जनता से फिर अपील
संक्रमण की चैन तोड़ने के लिए लगाया कोरोना कर्फ्यू
गांव, मोहल्ले और कॉलोनीवासी मिल कर करें फैसला
संक्रमण की चैन तोड़ने बिना कारण नहीं निकलेंगे घर से बाहर
- हम ऑक्सीजन के परिवहन के लिए युद्ध स्तर पर टैंकरों की व्यवस्था कर रहे हैं
- रेमडेसीविर इंजेक्शन की उपलब्धता के लिए लगातार प्रयास जारी हैं
-कल शाम को 10000 इंजेक्शन आए,जो अलग-अलग स्थानों पर भिजवाए जा रहे हैं
- 50,000 इंजेक्शन की आपूर्ति का आदेश दिया है वह भी जल्द आ जाएं उसके प्रयास जारी है।
रेमडीसीवीर इंजेक्शन के बारे में एक और महत्वपूर्ण निर्णय शासन ने लिया है और कलेक्टरों को भी इसके आवंटन के अधिकार दिए हैं , रेड क्रॉस में प्रति इंजेक्शन 1568 रुपए की राशि जमा होकर ये इंजेक्शन निजी अस्पतालों को भी दिए जा सकेंगे।
इधर रेमडेसीवीर मामले में पुलिस की बड़ी करवाई की है।नकली रेमेडेसीवीर बेचने की आशंका में विनय त्रिपाठी नामक युवक को पकड़ा गया है।
हाईलाइट्स
16 पैकेट में प्रति पैकेट में 25 रेमडेसीवीर जब हुए...
हिमाचल से रेमडेसीवीर लाने की बात सामने आई..
नकली है या रिसर्च पूरी होने से पहले ही बिकने आ गया रेमडेसीवीर फिलहाल जांच जारी...
डीआईजी मनीष कपूरिया ने दी प्रेस कांफ्रेस में जानकारी...
की जा रही है एफआईआर ,जांच जारी...