'संकल्प सत्याग्रह' पर पलटवार करते हुए बीजेपी बोली- ईमानदारी से आपको माफी मांगनी चाहिए थी


स्टोरी हाइलाइट्स

राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द किए जाने के खिलाफ कांग्रेस का राजघाट पर संकल्प सत्याग्रह चल रहा है. तो वहीं कांग्रेस के द्वारा दिए गए बयानों के खिलाफ बीजेपी ने भी मोर्चा खोल दिया हैं...!! देंखे लाइव

BJP On Sankalp Satyagraha: नई दिल्ली स्थित राजघाट पर चल रहे कांग्रेस के संकल्प सत्याग्रह के खिलाफ बीजेपी ने मोर्चा खोलते हुए हमला बोला है. बीजेपी नेता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि संपूर्ण लोकतंत्र के प्रति अपमानजनक टिप्पणी करने वाले लोग, सत्याग्रह के नाम पर महात्मा गांधी जी की समाधी पर जो कर रहे हैं उसमें सत्य के प्रति कोई आग्रह नहीं बल्कि अहंकार का दुराग्रह निर्लज्जता के साथ दिख रहा है.

देंखे लाइव-

 

सुधांशु त्रिवेदी बोले, गांधी जी ने अपना पहला सत्याग्रह सामाजिक कारण से किया था. जबकि यहां ये अपने लिए अपने निजी कारण से सजायाफ्ता होने के बाद न्यायालय के खिलाफ करते दिख रहे हैं. जब आप भारत के खिलाफ बोलते हैं, पिछड़े समाज के विरुद्ध इस प्रकार की घृणा की बात करते हैं और उसके बाद जब आप पर न्यायलय के द्वारा सजा होती है और फिर जब आप इस पर राजनीतिक आरोप लगाने का प्रयास करते हैं. तो इसमें मुझे उद्दंडता और निर्लज्जता दोनों नजर आती है.

सुधांशु त्रिवेदी ने आगे कहा, सिख विरोधी दंगों में सक्रिय रूप से हिंसा में भाग लेने वाले आरोपी जगदीश टाइटलर ने कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन में भाग लिया, उनके तथाकथित सत्याग्रह में भाग लिया. प्रमोद तिवारी तो वाक्य देते वक्त यहां तक ​​कह गए कि गांधी परिवार की पृष्ठभूमि का ध्यान रखना चाहिए.

कांग्रेस पर हमला बोलते हुए सुधांशु त्रिवेदी बोले, कांग्रेस पार्टी खुद को अदालत के न्यायिक न्यायशास्त्र से ऊपर मानती है और वे तय करेंगे कि अदालत किस तरह और किस आधार पर अपना फैसला सुनाए. ईमानदारी तो यह कहती थी कि आपको क्षमा याचना करनी चाहिए थी और दुख की बात यह है कि ये जितने भी खुद को पिछड़े और दलितों के अलंबरदार बनते हैं वो अचानक मौन साधना में क्यों चले गए हैं?

सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, गांधी जी का राजनीतिक दर्शन था 'राम राज्य' उनका नित्य का भजन था 'रघुपति राघव राजा राम' उनके अंतिम शब्द थे 'हे राम' और ये राम के मंदिर के खिलाफ खड़े थे, और राम को काल्पनिक बताने वाले आज अपने अहंकार को छिपाने के लिए राम शब्द का इस्तेमाल कर रहे हैं.