World Heart Day 2023: क्यों मनाया जाता है वर्ल्ड हार्ट-डे? जानिए, इसका इतिहास और महत्व


स्टोरी हाइलाइट्स

World Heart Day 2023: हर साल 29 सितंबर को 'वर्ल्ड हार्ट डे' मनाया जाता है. इस खास दिन का उद्देश्य दिल से जुड़ी बीमारियों के बारे में जागरुकता बढ़ाना है.

World Heart Day 2023: दिल हमारे शरीर का एक बहुत ही महत्वपूर्ण अंग है. जिससे शरीर के सभी अंगों तक ऑक्सीजन पहुंचती है. इसलिए इसे स्वस्थ रखना बहुत जरूरी है. लेकिन, हाल ही में हृदय संबंधी समस्याएं और दिल के दौरे यानी हार्ट अटैक के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं.

यहीं कारण है कि लोगों की जान बचाने और दिल की समस्याओं के बारे में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से हर साल 29 सितंबर को विश्व हृदय दिवस (वर्ल्ड हार्ट-डे) मनाया जाता है. हर साल इसकी थीम अलग-अलग रहती हैं.

वर्ल्ड हार्ट-डे का इतिहास-

हृदय संबंधी बीमारियों और दिल के दौरे की तेजी से बढ़ती समस्याओं को देखते हुए लोगों में इसको लेकर जागरूकता पैदा हो, इसी उद्देश्य से विश्व हृदय दिवस (World Heart Day) मनाने का विचार सबसे पहले एंटनी बेयस डी लूना ने दिया था.

एंटनी बेयस डी लूना, जो 1997 से 1999 तक वर्ल्ड हार्ट फेडरेशन के अध्यक्ष थे. उन्होंने विश्व हृदय दिवस (वर्ल्ड हार्ट-डे) के लिए सितंबर के आखिरी रविवार को चुना. जिसके बाद विश्व हृदय महासंघ और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मिलकर इस दिन को मनाना शुरू किया.

विश्व हृदय दिवस (वर्ल्ड हार्ट-डे) पहली बार साल 2000 में 24 सितंबर को मनाया गया था लेकिन बाद में यह तारीख बदलकर 29 सितंबर कर दी गई. तब से यह दिन हर साल 29 सितंबर को मनाया जाता है.

वर्ल्ड हार्ट-डे की थीम-

हर साल इस दिन को मनाने के लिए एक अलग थीम तय की जाती है. साल 2023 की थीम 'दिल का उपयोग करें, दिल को जानें' है. इस थीम को वर्ल्ड हार्ट फेडरेशन ने सर्वसम्मति से जारी किया है. हर साल इस मौके पर लोगों को जागरूक करने के लिए कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. कई जगहों पर कैंप लगाकर दिल की सेहत की जरूरी जांच की जाती है और लोगों को बताया जाता है कि दिल को स्वस्थ कैसे रखा जाए।

वर्ल्ड हार्ट-डे का क्या महत्व है?

हृदय संबंधी बीमारियों का मुख्य कारण खान-पान, अनुचित जीवनशैली और शारीरिक व्यायाम की कमी तथा धूम्रपान को माना जाता है. WHO के आंकड़े बताते हैं कि हर साल करीब 1 करोड़ 79 लाख लोग सिर्फ हृदय संबंधी बीमारियों की वजह से अपनी जान गंवा देते हैं. कोविड के बाद स्थिति और भी गंभीर हो गई है. इस बीच दिल की सेहत के प्रति सतर्क रहना बहुत जरूरी है.