भोपाल. बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में तीन टाइगर लापता है. इसमें एक मादा टाइगर भी शामिल है. सूत्रों के अनुसार लापता बाघोँ की उम्र 8 से 10 साल बताई जा रही है. पार्क प्रबंधन द्वारा गायब टाइगरों की खोज नहीं की जा रही है. पार्क प्रबंधन किंकर्तव्यविमूढ़ की स्थिति में है. एक बाघिन ने खाना छोड़ दिया है. वह पानी में बैठी हुई है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में बाघों की मौत का सिलसिला थम नहीं रहा है. पार्क प्रबंध को लेकर सवाल उठने लगे हैं. इसी बीच खबर मिली है कि T-9 और T-14 के अलावा मादा बाघिन का भी पता नहीं है. पार्क प्रबंधन के पास इस बात की जानकारी नहीं है कि गायब बाघ जिंदा है या फिर टेरिटरी फाइट में मारे गए हैं.
*बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के पर्यटन क्षेत्र में दिखने वाला बाघ T9 mangoo जिसकी उम्र लगभग 8 से 10 साल है, जो लगभग 8 महीने गायब नहीं लग रहा है कोई सुराग प्रबंधन के अधिकारी उपरोक्त बाघ के बारे में कुछ बताने से मौन*
2 दिन पहले मानपुर के गोबरा ताल में क्षत-विक्षत टाइगर का शव प्राप्त हुआ. यह शव लापता टाइगर में से है अथवा नहीं, इस बात की भी पुष्टि नहीं की गई है. पार्क प्रबंधन की लापरवाही का इससे बड़ा उदाहरण क्या हो सकता है कि गायब टाइगर की रिपोर्ट तक मुख्यालय को नहीं की गई है.
प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्य प्राणी आलोक कुमार कहते हैं कि 'इस बात की जानकारी हमें नहीं है. आपने सूचना दी तो मैं इसकी तहकीकात कराऊंगा.'
अप्रैल माह में दो बाघ और 2 तेदुए की हुई मौत
अप्रैल माह में ही बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में दो टाइगर और दो तेंदुए की मौत हो चुकी है. 2 दिन पहले ही मानपुर के गोबरा ताल के पास 8 साल टाइगर का शव बरामद हुआ. टाइगर शरीर पर जले के निशान स्पष्ट दिखाई दे रहे थे. जो बांधवगढ़ में लगी भीषण आग में वन्य प्राणियों के झूलसे जाने की पुष्टि कर रहे हैं. पार्क प्रबंधन पूरे मामले में लीपापोती करने में जुटा हुआ है. प्रबंधन टाइगर की मौत का स्पष्ट कारण नहीं बता पा रहा है. पाक के प्रभारी उपसंचालक स्वरूप दिक्षित बताते हैं कि 72 घंटे पुराना शव होने के कारण मौत की वजह पता नहीं चल पा रही है. बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में लगी आग में कुछ बंदर भी झुलस गए हैं.
[caption id="attachment_57492" align="alignnone" width="640"] बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में आग में झुलसे बंदरों की तस्वीरें[/caption]* वल्चर पॉइंट तिराहे पर बैठी है बीमार बाघिन
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व वल्चर पॉइंट तिराहे को पर्यटकों के लिए 2 दिन से बंद कर दिया गया है. यहां एक बाघिन 2 दिनों से पानी में बैठी हुई है. उसका मूवमेंट पूरी तरह से बंद है. पार्क की पर्यटन प्रभारी बीनू सिंह गहरवार बताती है कि पानी में बैठी बाघिन ने भोजन छोड़ दिया है. डॉक्टरों द्वारा उसका उपचार किया जा रहा है. हेल्थ में अभी कोई विशेष सुधार नहीं आया है.