LAC पर भारतीय सेना ने तैनात की K9 वज्र की पहली रेजिमेंट, काफ़ी दूर से ही दुश्मन को बना सकती है निशाना


स्टोरी हाइलाइट्स

नई दिल्ली: वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन के साथ जारी तनाव के बीच भारतीय सेना ने पहली बार लद्दाख सेक्टर में K-9 व्रज..

LAC पर भारतीय सेना ने तैनात की K9 वज्र की पहली रेजिमेंट, काफ़ी दूर से ही दुश्मन को बना सकती है निशाना   नई दिल्ली: वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन के साथ जारी तनाव के बीच भारतीय सेना ने पहली बार लद्दाख सेक्टर में K-9 व्रज हॉवित्जर तैनात किया है। इस तोप की मारक क्षमता 50 किलोमीटर है। मतलब यह इस रेंज में किसी भी लक्ष्य को भेद सकता है। यह ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भी सटीक परिणाम देता है। K-9 व्रज को लेकर सेना प्रमुख जनरल मनोज नरवणे ने कहा कि तोप फील्ड ट्रायल में सफल साबित हो रही है। अब इन तोपों की एक पूरी रेजिमेंट सेना में शामिल हो गई है।     K-9 व्रज एक स्व-चालित तोपखाना है। इसमें टैंक और तोप दोनों की विशेषताएं हैं। यह किसी भी प्रकार की मिट्टी में आसानी से चल सकता है। इस तोप ने भारतीय सेना के तोपखाने की मारक क्षमता को बढ़ा दिया है। K-9 व्रज की गिनती दुनिया की सबसे हाईटेक तोपों में होती है। यह स्वचालित है। इस तोप के सह निर्माण के लिए गुजरात के हजीरा में एक कारखाना स्थापित किया गया है। यह पूरी तरह से स्वदेशी तोप है और इसे दक्षिण कोरिया की मदद से भारत में बनाया जा रहा है।   https://twitter.com/ANI/status/1444191248730902530?s=20   K-9 व्रजा में कई राउंड बहुराष्ट्रीय प्रभाव मोड भी शामिल हैं। जिसमें यह तोप महज 15 सेकेंड में तीन गोलियां दाग सकती है। तोप का वजन 50 टन और एक राउंड का वजन 47 किलोग्राम होता है। उल्लेखनीय है कि 2020 में पीएम मोदी ने यह तोप सेना को सौंपी थी। इस साल जनवरी में सेना द्वारा उनका परीक्षण किया गया और फिर उन्हें सेना में शामिल होने के लिए हरी झंडी दे दी गई।