भारत के प्रमुख पर्यटन स्थल:- धर्मशाला


स्टोरी हाइलाइट्स

भारत के प्रमुख पर्यटन स्थल:- धर्मशाला

धर्मशाला हिमाचल प्रदेश की कांगड़ा घाटी का प्रमुख पर्यटन स्थल है। इसके एक ओर  जहां धौलाधार पर्वत श्रृंखला है, वहीं दूसरी ओर उपजाऊ घाटी व शिवालिक पर्वतमाला है।

इसे अंग्रेजों ने बसाया था, क्योंकि यह उनका प्रिय पर्यटन स्थल था। तिब्बत के धार्मिक गुरु दलाई लामा यहीं निवास करते हैं। इस शहर को दो भागों में बांटा गया है

1. निचली धर्मशाला

2. ऊपरी धर्मशाला, जिसे मैक्लोडगंज के नाम से भी जाना जाता है।
कब जाएं?

अप्रैल से जून व सितंबर से अक्टूबर माह के बीच का समय धर्मशाला भ्रमण के लिए अति उत्तम है, चेरापूंजी के बाद भारत में सर्वाधिक वर्षा वाला क्षेत्र धर्मशाला ही है, इसलिए गर्मियों में अपने साथ हल्के ऊनी वस्त्रों के साथ-साथ एक छाता जरूर ले जाएं।

सेंट जॉन चर्च

धर्मशाला से मैक्लोडगंज मार्ग के बीच स्थित इस चर्च का निर्माण 'लॉर्ड एल्गिन' की याद में करवाया गया था। यह चर्च पत्थरों से बना है तथा पर्यटकों को दूर से ही आकर्षित करता है।


डल झील

यह झील एक सुंदर पिकनिक स्थल है तथा धर्मशाला से इसकी दूरी 11 किलोमीटर है। 'फर' के पेड़ों से घिरी यह झील सैलानियों को एक अविस्मरणीय आनंद प्रदान करती है।
मैक्लोडगंज 

इस स्थान पर तिब्बतियों की अनेक बस्तियां हैं, जिसकी वजह से इसे ‘छोटा ल्हासा’ के नाम से भी जाना जाता है। यहां छोटी-छोटी कई दुकानें हैं, जहां तिब्बती हस्तकला की वस्तुएं बेची जाती हैं। इस बाजार में कई रेस्तरां भी हैं, जहां परम्परागत तिब्बती व्यंजन खाने को मिलते हैं।

मैक्लोडगंज में एक बहुत बड़ा प्रार्थना चक्र भी है। यहां स्थित बौद्ध मठ में महात्मा बुद्ध की प्रतिमा भी देखने लायक है। यहां तिब्बत के धर्मगुरु दलाई लामा का निवास स्थान भी है। ट्रैकिंग में रुचि रखने वालों के लिए यह एक उपयुक्त ट्रैकिंग स्थल है।
कुनाल पत्थरी

कोतवाली बाजार से लगभग 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह मंदिर पत्थरों से निर्मित है। इसके पत्थरों पर की गई नक्काशी देखकर पर्यटक दांतों तले उंगली दबा लेते हैं। यह मंदिर शिल्पकला का बेहतरीन नमूना है।
धर्मकोट समुद्र तल से 2,100 मीटर की ऊंचाई पर स्थित यह पर्यटन स्थल धर्मशालों से मात्र 11 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहां वर्ष भर पर्यटकों का तांता लगा रहता है। यहां से कांगड़ा घाटी सहित धौलाधार पर्वतमाला साफ दिखाई देती है। यहां का प्राकृतिक सौंदर्य बेमिसाल है। करेरी यह एक आकर्षक व मनमोहक पिकनिक स्थल है। समुद्र तल से इसकी ऊंचाई 3,250 मीटर है। धर्मशाला से इसकी दूरी 22 किलोमीटर है। यहां की करेरी झील तथा मखमली चारागाहें पर्यटकों को दूर से ही लुभाती हैं। मछरियाल व तत्त्वानी धर्मशाला से 25 किलोमीटर दूर यह स्थल अपने झरने व गर्म पानी के चश्मे के लिए। प्रसिद्ध है। चामुंडा देवी मंदिर यह स्थान हिंदुओं का धार्मिक स्थल है। यहां चामुंडा देवी का एक प्रसिद्ध मंदिर है। धर्मशाला से इसकी दूरी 15 किलोमीटर है। इस जगह से आप धर्मशाला के प्राकृतिक नजारों का जी भरके अवलोकन कर सकते हैं। भगसूनाथ यह एक मनोहारी जलप्रपात है, जो डल झील के समीप स्थित है। धर्मशाला से इसकी दूरी 11 किलोमीटर है। यहां भगसूनाथ का प्रसिद्ध मंदिर भी है। त्रियूंड यह स्थान एक बेहद आकर्षक पिकनिक स्थल है। समुद्र तल से इसकी ऊंचाई 2,975 मीटर है। यहां से आप धौलाधार पर्वतमाला का भरपूर नजारा कर सकते हैं। यह धर्मशाला से 10 किलोमीटर दूर है। धर्मशाला कैसे जाएं? वायु मार्ग निकटतम हवाई अड्डा 'गग्गल' है, जो धर्मशाला से केवल 13 किलोमीटर दूर है। रेल मार्ग निकटतम रेलवे स्टेशन पठानकोट है, जो धर्मशाला से 80 किलोमीटर की दूरी है। देश के प्रमुख शहरों से पठानकोट के लिए सीधी रेल सेवाएं उपलब्ध है। सड़क मार्ग धर्मशाला भारत के प्रमुख सड़क मार्गों से जुड़ा हुआ है। दिल्ली, चंडीगढ़, देहरादून, शिमला व पठानकोट से यहां के लिए सीधी बस सेवाएं उपलब्ध हैं।