हे शुभारंभ हो शुभारंभ... मंत्रोच्चार के साथ राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा, CM योगी रहे मौजूद


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स्टोरी हाइलाइट्स

प्राण प्रतिष्ठा के भव्य कार्यक्रम के लिए कड़ी सुरक्षा और व्यवस्था की गई, इस ऐतिहासिक पल का गवाह बनने के लिए देश-विदेश से हजारों श्रद्धालु अयोध्या पहुंचे..!!

उत्तर प्रदेश की नगरी अयोध्या में एक बार फिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम हो रहा है। प्राण प्रतिष्ठा से पहले मुख्यमंत्री योगी अयोध्या पहुंचे और रामलला के दर्शन किए। पिछले साल 22 जनवरी को राम जन्मभूमि पर रामलला की प्रतिष्ठा की गई थी। अयोध्या के संत-महंतों का कहना है कि यह कार्यक्रम ऐतिहासिक है। अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि परिसर में राम दरबार और अन्य देवी-देवताओं का भव्य प्राण प्रतिष्ठा समारोह आयोजित किया गया। 

जिसमें शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी पहुंचे। संयोग से मुख्यमंत्री का 53वां जन्मदिन भी है और इस अवसर पर उन्होंने भगवान श्री राम का आशीर्वाद लिया। विशेष पूजा, हवन और वैदिक मंत्रोच्चार के बीच देवी-देवताओं की मूर्तियों की स्थापना की गई।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने श्री राम जन्मभूमि मंदिर के प्रथम तल पर प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले राम दरबार के सामने पूजा-अर्चना की। इस मौके पर साधु-संतों ने मंत्रोच्चार किया..हे शुभारंभ हो शुभारंभ..मंत्रोच्चार के साथ दिव्य प्राण प्रतिष्ठा हुई। राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा भी बेहद भव्य तरीके से की गई। 5 जून को विशेष अभिजीत मुहूर्त में पूरे विधि-विधान के साथ राम दरबार प्राण प्रतिष्ठा की गई। इसके लिए करीब 17 मिनट का शुभ मुहूर्त सुबह 11:25 बजे से 11:40 बजे तक राम दरबार प्राण प्रतिष्ठा की गई। 

भगवान राम के दरबार में भगवान राम, माता सीता और परम भक्त हनुमान के साथ ही भगवान राम के तीनों भाई लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न की मूर्तियां भी विराजमान हैं। मंदिर की पहली मंजिल पर राम दरबार की स्थापना की गई है। इसके बाद मंदिर में स्थित छह अन्य मंदिरों में भी मूर्तियां विराजमान होंगी। इस खास पल के लिए गंगा दशहरा का खास दिन चुना गया। 

सरयू से लेकर राम मंदिर तक जश्न का माहौल है। रामलला का आगमन हो चुका है। अब मर्यादा पुरुषोत्तम राम का आगमन हुआ। इस दौरान पूरा मंदिर परिसर विशेष वैदिक मंत्रों से गूंज उठा। जानकारी के मुताबिक अयोध्या और काशी के 101 आचार्यों ने मंत्रोच्चार और अनुष्ठान के साथ प्राण प्रतिष्ठा की। 

प्राण प्रतिष्ठा से पहले चंपत राय ने कहा कि राम जन्मभूमि मंदिर परिसर का निर्माण लगभग पूरा होने वाला है। सभी मंदिर बन चुके हैं। करीब 95 फीसदी मंदिर बनकर तैयार हो चुके हैं। कलश बन चुके हैं। मंदिरों में देवी-देवताओं की मूर्तियां स्थापित हो चुकी हैं। 

3-4 जून को प्राण प्रतिष्ठा से पहले 24 घंटे यानी 12 घंटे प्रतिदिन की दर से जरूरी अनुष्ठान और पूजा पूरी हो चुकी है। आज प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान का आखिरी दिन है। अयोध्या ही नहीं बल्कि पूरा देश इस खास पल का इंतजार कर रहा है। राम मंदिर के बाहर बड़ी संख्या में इस पल का साक्षी बनने के लिए श्रद्धालु जमा हुए।