कोरोना संक्रमण: केंद्र सरकार के अनुसार 12 राज्यों में हुई कोरोना की रफ़्तार कम,एक्सपर्ट्स ने किया खारिज


स्टोरी हाइलाइट्स

कोरोना संक्रमण: केन्द्र सरकार ने सोमवार को बोला कि देश के 12 राज्यों में कोरोना की रफ़्तार में कुछ कमी आई है. देश बाकि राज्यों में बढती हुई रफ़्तार चिंता का..

कोरोना संक्रमण: केंद्र सरकार के अनुसार 12 राज्यों में हुई कोरोना की रफ़्तार कम,एक्सपर्ट्स ने किया खारिज
केन्द्र सरकार ने सोमवार को बोला कि देश के 12 राज्यों में कोरोना की रफ़्तार में कुछ कमी आई है. देश बाकि राज्यों में बढती हुई रफ़्तार चिंता का विषय है. दिल्ली और महाराष्ट्र समेत कुछ राज्यों में रोज़ के मामलों में स्थिरता के शुरूआती अच्छे संकेत मिले हैं. कोरोना संक्रमण की चैन को तोड़ने के प्रयास जारी हैं. हालांकि, एक्सपर्ट्स ने सरकार के इन दावों को सिरे से खारिज कर दिया है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि कोरोना का पीक 15 जून तक आ सकता है.

स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल के अनुसार 
सरकार की तरफ से स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने प्रेस कांफ्फेरेंस में कहा कि दिल्ली, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, पंजाब, झारखंड और उत्तर प्रदेश में कोविड-19 के दैनिक मामलों में स्थिरता के संकेत मिल रहे हैं. उन्होंने कहा कि बिहार, राजस्थान, हरियाणा, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, केरल, कर्नाटक और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में दैनिक मामलों में वृद्धि हो रही है.


देश में जिलों के हिसाब से अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ के दुर्ग, गरियाबंद, रायपुर, राजनांदगांव, मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा, गुना, शाजापुर, लद्दाख के लेह और तेलंगाना के निर्मल में पिछले 15 दिनों में मामलों में गिरावट के संकेत मिले हैं. महाराष्ट्र के 12 जिलों में भी पिछले 15 दिन में गिरावट के संकेत मिले हैं. उन्होंने कहा, 'हालांकि, ये बहुत शुरुआती संकेत हैं और इनके आधार पर स्थिति के बारे में बोलना जल्दबाजी होगी. जिला और राज्य स्तर पर रोकथाम के प्रयासों को जारी रखना महत्वपूर्ण है.  उन्होंने कहा कि 12 राज्य ऐसे हैं जहां उपचाराधीन रोगियों की संख्या एक लाख से अधिक हैं.

इनमें महाराष्ट्र, गुजरात, दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु शामिल हैं. सात राज्यों में मरीजों की तादाद 50 हजार से एक लाख और 17 राज्यों में 50 हजार से कम है. उन्होंने कहा कि 22 राज्य ऐसे हैं जहां संक्रमण दर 15 प्रतिशत से ज्यादा है और नौ राज्यों में संक्रमण दर 5 से 15 प्रतिशत के बीच है और पांच राज्यों में यह पांच प्रतिशत से कम है.

उन्होंने कहा कि अंडमान निकोबार, आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, असम, बिहार, गोवा, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू- कश्मीर, कर्नाटक, केरल, मणिपुर, मिजोरम, नागालैंड, मेघालय, ओडिशा, पुडुचेरी, राजस्थान, सिक्किम, तमिलनाडु, त्रिपुरा और पश्चिम बंगाल में दैनिक मामलों मे वृद्धि देखी जा रही है. अग्रवाल ने कहा,'फिलहाल, सूक्ष्म-स्तर पर मामलों का विश्लेषण करना और उन क्षेत्रों में प्रयासों को जारी रखना महत्वपूर्ण है जहां से मामले सामने आए रहे हैं.'

दिल्ली में 24 अप्रैल को संक्रमण के 25,294 मामले सामने आए थे. दो मई को यहां 24,253 मामले सामने आए. इसी तरह महाराष्ट्र में 24 अप्रैल को संक्रमण के 65,442 जबकि 20 अप्रैल को 62,417 मामले आए. छत्तीसगढ़ में 29 अप्रैल को 15,583 मामले सामने आए थे जबकि दो मई को 14,087 मामले सामने आए. दमन और दीव, गुजरात, झारखंड, लद्दाख, लक्षद्वीप, मध्य प्रदेश, पंजाब, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में भी ऐसा ही देखने को मिल रहा है.